असम में फिर खिला कमल, भाजपा नीत गठबंधन की आसान जीत
भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) नीत राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ने 126 सदस्यीय असम विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 74 सीटों पर जीत हासिल करके राज्य में अपनी पकड़ बनाए रखी, जबकि विपक्षी कांग्रेस नीत महागठबंधन 50 सीट ही हासिल कर पाई।
नरेंद्र मोदी-सर्बानंद सोनोवाल (file photo) |
निर्वाचन आयोग के अनुसार, भाजपा ने 2016 की तरह इस बार भी अकेले 60 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि उसकी सहयोगी असम गण परिषद (अगप) को नौ सीटों पर जीत मिली, जो उसे पिछले चुनाव में उसे मिली सीट से पांच कम हैं।
विजेता गठबंधन के तीसरे सदस्य यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) ने छह सीट जीतीं। ये सभी सीटें उसने बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट (बीपीएफ) से जीतीं।
कांग्रेस ने 29 सीट जीतीं, जबकि पिछले चुनाव में उसने 26 सीट हासिल की थीं। कांग्रेस के सहयोगी दल ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) ने 16 सीटों पर विजय प्राप्त की, जो 2016 से तीन अधिक सीट हैं।
सत्तारूढ़ गठबंधन छोड़कर महागठबंधन में शामिल हुई बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट (बीपीएफ) को चार सीट मिलीं।
भाजपा ने 2016 में जो सीटें जीती थीं, उसने उसमें से 49 सीटें जीतीं और 11 नई सीटों पर विजय प्राप्त की। कांग्रेस ने 15 सीटों पर जीत बरकरार रखीं।
आठ सीटों पर जीत का अंतर एक लाख से अधिक रहा, जिनमें से एआईयूडीएफ एवं भाजपा ने तीन-तीन और कांग्रेस ने दो सीटें जीतीं।
एआईयूडीएफ के रफीकुल इस्लाम ने जनिया क्षेत्र में सबसे अधिक 1,44,775 के अंतर से जीत हासिल की।
कांग्रेस विधायक दल नेता देवव्रत सैकिया ने 683 मतों के सबसे कम अंतर से नाजिरा विधानसभा सीट जीतीं।
मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कांग्रेस नेता राजिब लोचन पेगू को 43,192 मतों के अंतर से हराकर माजुली में लगातार दूसरी बार जीत हासिल की।
वरिष्ठ मंत्री एवं भाजपा नेता हिमंत बिस्व सरमा ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के रोमेन चंद्र बोरठाकुर को 1,01,911 मतों के अंतर से हराकर जालुकबारी सीट पर कब्जा बरकरार रखा है।
सोनोवाल और सरमा के अलावा 13 अन्य भाजपा मंत्री आसानी से अपनी सीट बरकरार रखने में कामयाब रहे।
भगवा पार्टी के राज्य सभा सदस्य बिस्वजीत दैमारी ने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी बीपीएफ के करुणा कांत स्वारगियारी को पनेरी सीट से हराया।
निवर्तमान विधानसभा के अध्यक्ष हितेंद्र नाथ गोस्वामी जोरहाट सीट जीतने में कामयाब रहे।
चुनाव में जीत हासिल नहीं कर पाने वाले बड़े नेताओं में कांग्रेस राज्य इकाई प्रमुख रिपुन बोरा हैं, जिन्हें भाजपा के उत्पल बोरा ने गोहपुर सीट से हराया। बोरा ने इस हार के बाद रविवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
भाजपा प्रत्याशी अजंता नियोग ने गोलाघाट सीट पर 9,325 वोट के अंतर से कांग्रेस के बितूपान सैकिया को पराजित किया।
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