Delhi Polls: अलविंद केजरीवाल को 15 करोड़ के दावे पर ACB का नोटिस, ‘AAP’ के लीगल हेड ने उठाए सवाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों से एक दिन पहले शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सियासत गरमा गई है। इसी बीच आम आदमी पार्टी ने ऑपरेशन लोटस का आरोप लगाया है।
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आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के प्रत्याशियों के खरीदने के दावे के बाद अब मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की एंट्री हो गई है।
दिल्ली के उपराज्यपाल वी केसक्सेना ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं के उन आरोपों की एसीबी से जांच कराने के आदेश दिए जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उसके उम्मीदवारों को प्रलोभन देकर अपने पाले में करने का आरोप लगाया गया था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इस बीच, एसीबी की टीम अपनी जांच के सिलसिले में आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची। एसीबी की टीम को अंदर जाने नहीं दिया गया, एसीबी ने नोटिस दिया और देकर निकल गई है। केजरीवाल के आवास के बाहर उनकी लीगल टीम भी मौजूद थी। लीगल टीम का कहना था कि एसीसीबी के पास किसी भी तरह का लीगल नोटिस ही नहीं है।
जांच का यह आदेश दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना से एक दिन पहले आया है। दिल्ली में पांच फरवरी को विधानसभा चुनाव हुआ था।
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के 'आप' के प्रत्याशियों को खरीदने के दावे के बाद अब इस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने जांच शुरू कर दी है।
इस बीच अरविंद केजरीवाल के आवास पर शुक्रवार को एसीबी की टीम के पहुंचने के बाद 'आप' के लीगल हेड संजीव नासियार ने इस कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए हैं।
'आप' के लीगल हेड संजीव नासियार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "भाजपा द्वारा राजनीतिक ड्रामा बनाने की कोशिश की जा रही है। क्योंकि, जो लोग यहां पर आए हैं उनके पास लिखित में कोई आदेश नहीं है कि वह यहां पर किस चीज की पूछताछ करने आए हैं। एसीबी से आए लोग बाहर ही हैं, कोई अंदर नहीं गया है। जब हमने उनसे नोटिस मांगा तो उन्होंने नहीं दिखाया।"
उन्होंने आगे कहा, "एसीबी की टीम कोई नोटिस लेकर नहीं आई है। वो नोटिस तैयार करने के लिए भाजपा या किससे निर्देश ले रहे हैं, अभी तक कुछ साफ नहीं है। इस टीम में छह सदस्य हैं और उनके जो इंचार्ज हैं, वो भी लगातार किसी से फोन पर बात कर रहे हैं। मैं इतना ही कहूंगा कि कोई भी गैर-कानूनी काम करने नहीं देंगे। कानूनी तौर पर कोई नोटिस दिया जाएगा तो उसका रिप्लाई हमारे द्वारा दिया जाएगा।"
संजीव नासियार ने बताया कि एसीबी की टीम अभी घर के बाहर मौजूद है और जब तक कोई नोटिस नहीं दिखाया जाएगा, तब तक कोई कार्रवाई नहीं होगी। हमारी तरफ से शिकायत पहले ही कर दी गई है।
दरअसल, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को आरोप लगाया था कि उनके 16 उम्मीदवारों को अन्य पार्टी में शामिल होने के लिए फोन आया है और प्रत्येक को 15-15 करोड़ रुपए देने का ऑफर दिया गया है।
अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "कुछ एजेंसियां दिखा रही हैं कि एक पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रही हैं। पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फोन आ गए हैं कि 'आप' छोड़कर उनकी पार्टी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और हरेक को 15-15 करोड़ देंगे। अगर इनकी पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रहीं हैं तो हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है?"
इसी तरह के आरोप आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और अन्य नेताओं ने भी लगाए हैं।
केजरीवाल के दावों को दोहराते हुए सुल्तानपुर माजरा से आप उम्मीदवार और दिल्ली के मंत्री मुकेश अहलावत, साथ ही द्वारका से आप के मौजूदा विधायक और उम्मीदवार विनय मिश्रा ने दावा किया कि उन्हें भी इस तरह का प्रस्ताव मिला है।
इससे पहले शुक्रवार सुबह आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सभी प्रत्याशियों को अपने घर चाय पर चर्चा के लिए बुलाया था।
बैठक खत्म होने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संदीप पाठक ने बताया कि सभी प्रत्याशियों के साथ एक बैठक की गई और लगातार भाजपा की तरफ से प्रत्याशियों को फोन आ रहे हैं। उन्हें पैसे देने का ऑफर किया जा रहा है और उन्हें तोड़ने की कोशिश हो रही है।
इसके अलावा आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मुकेश अहलावत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, "मैं मर जाऊंगा, कट जाऊंगा, लेकिन कभी अरविंद केजरीवाल का साथ नहीं छोडूंगा। उन्होंने अपनी पोस्ट में एक मोबाइल नंबर भी शेयर किया और कहा कि मुझे इस नंबर से फोन आया। उसने बोला कि उनकी सरकार बन रही है, मंत्री बना देंगे और 15 करोड़ रुपए भी देंगे। 'आप' छोड़ के आ जाओ। मैं इनको कहना चाहता हूं कि केजरीवाल ने और 'आप' पार्टी ने मुझे इज्जत दी है, मैं मरते दम तक अपनी पार्टी को नहीं छोड़ूंगा।"
मुकेश अहलावत की पोस्ट को दिल्ली की सीएम आतिशी ने रिपोस्ट करते हुए कहा, "अगर एक पार्टी की 50 से अधिक सीटें आ रही हैं, तो यह हमारे प्रत्याशियों को संपर्क करके तोड़ने की कोशिश क्यों कर रहे हैं? यह दिखा रहा है कि एग्जिट पोल आम आदमी पार्टी के विधायकों को तोड़ने की एक साजिश है।"
दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच फरवरी को मतदान हुआ था और शनिवार को मतों की गिनती होगी।
नतीजे यह निर्धारित करेंगे कि आप लगातार तीसरी बार सत्ता में आती है या राष्ट्रीय राजधानी पर शासन करने का भाजपा का 27 साल का इंतजार खत्म होता है।
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