दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक गोपाल राय और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को बीजेपी के खिलाफ वॉशिंग मशीन कैंपेन शुरू किया।
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आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। केजरीवाल के जेल में रहते वक्त 'जेल का जवाब वोट से' समेत कई कैंपेन पूरी दिल्ली में पार्टी ने चलाए थे। अब उसके बाद कुछ और नए कैंपेन को लेकर आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के बीच में आई है।
'वाशिंग मशीन' कैंपेन की शुरुआत मंगलवार को आम आदमी पार्टी के मंत्री गोपाल राय और सौरभ भारद्वाज ने किया। इस कैंपेन के जरिए आम आदमी पार्टी उन नेताओं और अन्य लोगों के नाम जनता के सामने रख रही है, जिन पर उन्होंने आरोप लगाया है कि ये भ्रष्टाचार में लिप्त थे और बीजेपी की वाशिंग मशीन में जाकर वह साफ हो गए हैं।
कैंपेन की शुरुआत करते हुए गोपाल राय ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी कह रही है कि हम यह चुनाव भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के वाशिंग मशीन का काला जादू क्या है, हम अपने कैंपेन के जरिए जनता तक पहुंचाएंगे।
उन्होंने बताया कि इस वाशिंग मशीन कैंपेन के चार सेट तैयार किए जाएंगे जिसे चार लोकसभा इलाकों की हर विधानसभा में जाकर इसका डेमो कर जनता को दिखाएंगे।
गोपाल राय ने कहा कि 13 मई को चार चरण के मतदान पूरे हो गए और जो रुझान सामने आ रहे हैं उसके मुताबिक भारतीय जनता पार्टी 200 से 220 सीटों पर सिमट रही है। इसलिए हमने फैसला लिया है कि दिल्ली और अन्य जगहों पर हम अपने प्रचार प्रसार को और भी तेज कर सकें ताकि जनता सही फैसला ले सके।
सौरभ भारद्वाज ने इस कैंपेन में सबसे पहला नाम अशोक चव्हाण का लिया। उन्होंने बताया कि अशोक चव्हाण पर कारगिल में शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं के लिए बनने वाले मकान के घोटाले का आरोप था। तब प्रधानमंत्री ने कहा था कि उन पर कड़ी कार्रवाई होगी। उसके बाद सीबीआई और ईडी ने उन्हें पकड़ कर वाशिंग मशीन में धो दिया। जब वह बाहर निकले तो उनके सारे दाग धुल चुके और उन्हें क्लीन चिट मिल गई।
सौरभ भारद्वाज ने एक के बाद एक कई नाम लिए, जिनमें शारदा चिटफंड में करोड़ों रुपए का गबन करने वाले हिमंता बिस्वा सरमा को भी बीजेपी की वाशिंग मशीन से धुलकर सीएम बनने की बात की गई।
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि 70 हजार करोड़ के घोटाले के आरोपी अजित पवार को ऐसे ही बीजेपी वाशिंग मशीन में धोकर डिप्टी सीएम बनाया गया।
भारद्वाज ने आरोप लगाया कि जो ईमानदार लोग होते हैं और उनकी वाशिंग मशीन में धुलना नहीं चाहते उन्हें जेल भेज दिया जाता है। जिनमें दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने और मोहल्ला क्लीनिक बनवाने वाले सत्येंद्र जैन को फर्जी मामले में जेल भेजा गया है।
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