टेरर मॉड्यूल केस : हुमैद-उर-रहमान 29 सितंबर तक दिल्ली पुलिस की हिरासत में
दिल्ली की एक अदालत ने आईएसआई प्रशिक्षित आतंकवादी ओसामा के चाचा हुमैद-उर-रहमान को 29 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
हुमैद-उर-रहमान |
आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यहां यह जानकारी दी। रहमान ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के करेली पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया था। आरोप है कि रहमान भारत में पूरे आतंकी नेटवर्क को कोऑर्डिनेट कर रहा था।
14 सितंबर को, दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था और पाकिस्तान में प्रशिक्षित दो जीशान और ओसामा सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया था।
जांच की जानकारी रखने वाले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि रहमान ने उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद के रहने वाले ओसामा और जीशान कमर को पाकिस्तान में प्रशिक्षण लेने के लिए ओमान की राजधानी मस्कट भेजा था।
एक बार जब वे मस्कट पहुंचे, तो पाकिस्तान इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) उन्हें विस्फोटक और बम बनाने का प्रशिक्षण दिलाने के लिए समुद्री मार्ग से ग्वादर बंदरगाह ले गया।
ओसामा और जीशान कमर को दैनिक उपयोग की वस्तुओं की मदद से बम और आईईडी बनाने और आगजनी करने का प्रशिक्षण दिया गया था। उन्हें छोटी आग्नेयास्त्रों और एके-47 को संभालने और उपयोग करने का भी प्रशिक्षण दिया गया था।
पूछताछ में पता चला कि ओसामा अप्रैल में मस्कट के लिए निकला था जहां उसकी मुलाकात जीशान से हुई थी। अगले कुछ दिनों में, कई छोटी समुद्री यात्राओं के बाद, कई बार नावें बदलने के बाद, उन्हें पाकिस्तान में ग्वादर बंदरगाह के पास जिओनी शहर ले जाया गया। उनका स्वागत एक पाकिस्तानी ने किया जो उन्हें थट्टा के एक फार्महाउस में ले गया।
फार्महाउस में तीन पाकिस्तानी नागरिक थे। इनमें से दो, जब्बार और हमजा ने उन्हें प्रशिक्षण दिया। ये दोनों पाकिस्तानी सेना से थे क्योंकि उन्होंने सैन्य वर्दी पहनी थी। प्रशिक्षण लगभग 15 दिनों तक चला और उसके बाद, उन्हें उसी मार्ग से मस्कट वापस ले जाया गया।
ओसामा और जीशान के अलावा गिरफ्तार किए गए अन्य चार आरोपी आतंकवादियों की पहचान मुंबई निवासी जान मोहम्मद शेख के रूप में हुई है, बाकी तीनों उत्तर प्रदेश के हैं- रायबरेली निवासी मूलचंद, बहराइच के मोहम्मद अबू बकर और लखनऊ के मोहम्मद आमिर जावेद।
सभी छह आरोपी 29 सितंबर तक पुलिस हिरासत में हैं।
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