किसान आंदोलन : मनोरंजन के लिए उतारा गायकों को
नए कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन को 55 दिन बीत चुके है। मंगलवार को पंजाब और हरियाणा व पश्चिमी उतर प्रदेश से किसानों के जत्थे टिकरी, सिंघु व गाजीपुर बार्डर पर पहुंचे। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं व युवा हैं।
मंगलवार को गाजीपुर बार्डर पर आंदोलनकारियों का मनोरंजन करते पंजाबी गायक कंवर ग्रेवाल। फोटो : अनिल सिन्हा |
सिंघु व गाजीपुर बार्डर पर किसानों की संख्या में इजाफा होते देख अब किसानों ने मनोरंजन के लिए स्टेज पर पंजाब से आए युवा गायकों को भी उतारा है। यह लोग यहां पर भाषण देने के साथ पंजाबी गाने गाकर लोगों का मनोरंजन कर रहे है। किसान नेताओं का कहना है कि इससे अब भीड़ बढ़ेगी और ऐसे मे यहां पर स्टेज पर गाने का मौका भी दिया जा रहा है।
बार्डरों पर सुरक्षा के इंतजाम कड़े किये गए : गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर किसी अप्रिय घटना से निपटने पुलिस मुस्तैद है। राजधानी में अलग-अलग इलाकों में अलकायदा व खालिस्तान से जुड़े आतंकियों के पोस्टर चिपकाए गए हैं। इन पोस्टरों के जरिए लोगों से अपील की गई है कि अगर इन लोगों को देखें तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। समारोह स्थल पर विशेष कैमरे लगाए गए हैं, जो किसी भी संदिग्ध को देखते ही इसकी जानकारी सीधा कंट्रोल रूम को देंगे।
प्रदर्शन वाले रास्तों से बचें : बार्डरों पर प्रदर्शन के मद्देनजर यातायात पुलिस ने चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर बंद होने से लोगों से आनंद विहार, डीएनडी, अप्सरा और भौपुरा होकर दिल्ली आने को कहा है। सिंघु औचंदी, प्याऊ मनियारी और मंगेश बॉर्डर बंद होने से लोगों से लामपुर, सफियाबाद सबोली और सिंघु स्कूल टोल टैक्स बार्डर से होकर वैकल्पिक मार्ग से गुजरने की अपील की है।मुकरबा तथा जीटी रोड से यातायात परिवर्तित किया गया है, इसलिए लोग आउटर रिंग रोड, जीटी के रोड और एनएच-44 पर जाने से बचें। हरियाणा जाने के लिए झड़ोदा (वनसिंगल कैरिजवे), दौराला, कापसहेड़ा, बडूसराय, रजोकरी एनएच-8, बिजवासन/ बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं। टिकरी, ढांसा बॉर्डर भी यातायात के लिए बंद हैं। झटीकरा बॉर्डर केवल एक या दो-पहिया वाहन और राहगीरों के लिए खुला है।
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