4 ईयर डिग्री कोर्स के खिलाफ
दिल्ली यूनिवर्सिटी के चार साल के डिग्री कोर्स के विरोध में मंगलवार को लेफ्ट व राइट पार्टियां एकजुट हो गई.
संसद मार्ग पर प्रदर्शन के दौरान पूर्व प्रदेश शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया. |
डूटा-डूक्कू के बैनर तले संसद मार्ग पर हुए प्रदर्शन में डीयू के लेफ्ट शिक्षक संगठन डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट के अलावा आम आदमी पार्टी, भाजपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी व मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेतागण शामिल हुए. प्रदर्शन का नेतृत्व डूटा अध्यक्ष नंदिता नारायण व सचिव हरीश खन्ना ने किया.
प्रदर्शन के दौरान पूर्व प्रदेश शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जिस प्रकार डीयू में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के इशारे पर कुलपति चार साल के कोर्स को लागू करने में लगे हुए हैं, उससे लगता है कि वे शिक्षा का बाजारीकरण करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि इसको सहन नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी को जनता के सामने अपना पक्ष रखना चाहिए.
राकांपा नेता डीपी त्रिपाठी व सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि डीयू शिक्षा प्रदान करने के लिए बना है न कि इसका व्यापारीकरण करने के लिए. जिस तरह से शिक्षकों और विद्यार्थियों के विरोध के बावजूद स्नातक स्तर पर परिवर्तन किये जा रहे हैं, वह बिल्कुल अन्यायपूर्ण है. प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ओपी कोहली ने कहा कि वह भी शिक्षक संघ से काफी साल जुड़े रहे थे और कभी किसी भी कुलपति ने शिक्षक संघ को दरकिनार नहीं किया था.
इस मौके पर ज्वाइंट एक्शन फ्रंट फॉर डेमोक्रेटिक एजुकेशन के संयोजक उदितराज ने कहा कि दलित के नाम पर संसद तक पहुंचने वाली मायावती व उनकी पार्टी के अन्य नेता डीयू में परिवर्तन से हताश विद्यार्थियों के लिए कुछ भी परिवर्तन करने को तैयार नहीं हैं. शिक्षकों और विद्यार्थियों के इस प्रदर्शन की शुरुआत जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज से हुई थी.
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