पीएम मोदी ने एशिया के सबसे बड़े बायो-CNG संयंत्र का किया उद्घाटन

Last Updated 19 Feb 2022 02:58:28 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मध्य प्रदेश के इंदौर में एशिया के सबसे बड़े बायो-सीएनजी प्लांट का उद्घाटन किया।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंदौर स्थित बायो-CNG संयंत्र का उद्घाटन किया

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि अगले दो वर्षों में देश भर के 75 बड़े नगर निकायों में इसी तरह के गोबर धन बायो-सीएनजी संयंत्र स्थापित करने का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभियान से भारत के शहरों को स्वच्छ, प्रदूषण मुक्त, स्वच्छ ऊर्जा बनाने में काफी मदद मिलेगी।

पीएम मोदी ने कहा, "चाहे वह शहर में घरों से निकलने वाला गीला कचरा हो, गांव में पशुओं और खेतों से कचरा हो, यह सब एक तरह से गोबर धन है। शहर के कचरे और पशुओं से गोबर धन तक, गोबर धन से स्वच्छ ईंधन और फिर से स्वच्छ ईंधन से ऊर्जा तक, श्रृंखला जीवन धन बनाती है।"

उन्होंने कहा, "देश भर के शहरों में दशकों से लाखों टन कचरा इसी तरह की हजारों एकड़ जमीन को अपनी चपेट में ले रहा है।"

पीएम मोदी ने कहा कि वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण से होने वाली बीमारियों का भी यह एक बड़ा कारण है। इसलिए स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे चरण में इस समस्या से निपटने के लिए काम किया जा रहा है।

सात-आठ साल पहले भारत में एथेनॉल की मिलावट 1-2 फीसदी ही हुआ करती थी। आज पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने का प्रतिशत 8 फीसदी के करीब पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों में सम्मिश्रण के लिए इथेनॉल की आपूर्ति में भी काफी वृद्धि हुई है।

पराली जलाने पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने इस बजट में अहम फैसले लिए हैं। "हमने इस बजट में इससे संबंधित एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। यह निर्णय लिया गया है कि कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों में भी पराली का उपयोग किया जाएगा। इससे न केवल किसान की समस्याएं दूर होंगी, बल्कि इससे अतिरिक्त आय भी होगी।"

पीएम मोदी ने कहा, "सरकार ज्यादा से ज्यादा शहरों को वाटर प्लस में बदलने का काम कर रही है। इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे चरण पर जोर दिया जा रहा है।"

इंदौर में बायो-सीएनजी प्लांट की स्थापना भारत के सबसे स्वच्छ शहर में कचरे से वेल्थ इनोवेशन की अवधारणा पर आधारित है। 550 मीट्रिक टन प्रतिदिन की क्षमता वाले संयंत्र को एशिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा संयंत्र कहा जाता है।

बताया गया है कि बायो सी.एन.जी प्लांट पी.पी.पी. मॉडल पर आधारित है। इस प्लांट की स्थापना पर जहां एक ओर नगर निगम, इन्दौर को कोई वित्तीय भार वहन नहीं करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर प्लांट को स्थापित करने वाली एजेंसी आईईआईएसएन नई दिल्ली द्वारा नगर निगम, इन्दौर को प्रतिवर्ष ढाई करोड़ रुपये प्रीमियम के रूप में दिये जायेंगे। इस प्लांट में प्रतिदिन 550 एमटी गीले कचरे (घरेलू जैविक कचरे) को उपचारित किया जायेगा, जिससे 17 हजार 500 किलोग्राम बायो सी.एन.जी. गैस तथा 100 टन उच्च गुणवत्ता की आर्गेनिक कम्पोस्ट का उत्पादन होगा। इस प्लांट से उत्पन्न होने वाली बायो सी.एन.जी. में से 50 प्रतिशत गैस नगर निगम, इन्दौर को लोक परिवहन की संचालित बसों के उपयोग के लिए उपलब्ध होगी। शेष 50 प्रतिशत गैस विभिन्न उद्योग एवं वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को विक्रय की जा सकेगी।

 

आईएएनएस
नई दिल्ली


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