दुबई में बैठकर धनबाद कोयलांचल में क्राइम का सबसे बड़ा नेटवर्क ऑपरेट करने वाले गैंगस्टर प्रिंस खान के छह गुर्गों को झारखंड पुलिस की एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम) ने गिरफ्तार किया है।
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उनके पास से तीन पिस्टल, 16 कारतूस, एक कार, एक बाइक और सात मोबाइल बरामद किए गए हैं।
प्रिंस खान झारखंड का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर है, जिसने पिछले तीन साल से दुबई में पनाह ले रखी है। झारखंड पुलिस के आग्रह पर उसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा है।
धनबाद के एसएसपी एचपी जनार्दनन ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रिंस गिरोह के छह सदस्यों की गिरफ्तारी से कई आपराधिक घटनाओं का खुलासा हुआ है। गिरफ्तार अपराधियों में गणेश गुप्ता, सागर कुमार मल्लाह उर्फ बिट्टू, राजेश कुमार बधावन, अजय कुमार सिंह, प्रियेश सिंह और करण सिंह शामिल हैं। सभी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे। इन्हें एसआईटी ने धनबाद के केंदुआडीह, कतरास और धनबाद बस स्टैंड के पास छापेमारी कर गिरफ्तार किया।
इन अपराधियों ने पूछताछ में बरवा अड्डा थाना क्षेत्र में सीमेंट कारोबारी चेतन महतो पर फायरिंग, तेतुलमारी रेलवे साइडिंग में गोलीबारी और बलियापुर थाना क्षेत्र के मार्शलिंग यार्ड में एक कामगार को गोली मारने की हाल की घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। इन अपराधियों में गणेश गुप्ता प्रिंस खान का सबसे खास है। वह प्रिंस खान के इशारे पर गिरोह के बाकी सदस्यों को बताता था कि किस व्यक्ति से रंगदारी वसूलनी है और कहां फायरिंग करनी है। वह हथियारों का भी इंतजाम करता था।
प्रिंस खान के नाम पर हाल में धनबाद के 25 डॉक्टरों से लाखों रुपए की रंगदारी मांगी गई थी। मांगी गई रकम न देने पर उन्हें अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा गया था। इस धमकी से परेशान डॉक्टरों ने धनबाद के विधायक राज सिन्हा एवं निरसा के विधायक अरूप चटर्जी के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी और उनसे कार्रवाई की मांग की थी।
हालांकि, इसकी खबर मीडिया में आने के बाद प्रिंस खान ने ऑडियो मैसेज जारी कर डॉक्टरों को धमकी देने से इनकार किया था।
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