हिमाचल के कांगड़ा में त्रिकोणीय मुकाबले से बढ़ा राजनीतिक तनाव
कांग्रेस, आप और भाजपा के दिग्गजों के बीच लोकसभा सीट के लिए त्रिकोणीय मुकाबले के कारण धौलधार क्षेत्र के अनोखे और शांत वातावरण में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है.
हिमाचल में त्रिकोणीय मुकाबले से बढ़ा राजनीतिक तनाव (फाइल फोटो) |
हिमाचल में 7 मई को मतदान होने वाला है. इस चुनावी जंग में 12 उम्मीदवार मैदान में हैं.
हिमाचल प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके बीजेपी के शांता कुमार, 2004 में जीतने वाले कांग्रेस के चंदर कुमार, और 2009 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने वाले और अपने सीट से इस साल जनवरी में इस्तीफा देने वाले आम आदमी पार्टी की तरफ से राजन सुशांत, तीन प्रमुख दावेदार हैं.
शांता कुमार, 17 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों को शामिल करने वाले सीट से इससे पहले तीन बार चुनाव जीत चुके हैं. इस बार इनकी वापसी के जोरदार दावे किए जा रहे हैं.
कांग्रेस 7 बार यह सीट जीत चुकी है जबकि 1962 से अब तक भाजपा यहां से पांच बार सफलता का स्वाद चख चुकी है.
इस सीट पर फिर से जीतने का प्रयास कर रहे चंदर कुमार के लिए यूपीए के प्रदर्शन से लोगों में असंतोष के कारण इस बार की लड़ाई अलग होगी.
अपनी पार्टी के खिलाफ भ्रष्ट्राचार के मुद्दे पर आवाज बुलंद करने के बाद भाजपा से ‘आप’ में आए सुशांत को मतदाताओं को यह विश्वास दिलाना होगा कि नई पार्टी भष्ट्राचार के खिलाफ लड़ाई के लिए अच्छा विकल्प है.
वर्ष 2011 में भाजपा से 6 साल के लिए निलंबित होने के बाद सुशांत ने सांसद के रूप में पार्टी छोड़ दी थी. सुशांत को कांग्रेस के प्रति अभी भी असंतोष है.
सुशांत ने कहा, ‘‘दिल्ली में इसी तरह का अति आत्मविश्वास था, जहां भाजपा और कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को बाहर रखा था, लेकिन देखिए लोगों ने कैसे उन्हें गलत साबित कर दिया. बिल्कुल ऐसा ही हिमाचल में होने जा रहा है. लोग बदलाव चाहते हैं. वे दोनो, कांग्रेस और भाजपा के कुशासन से तंग आ चुके हैं’’.
आप का पुराना मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्ट्राचार एक बड़ा मुद्दा है, इसमें कोई शक नहीं है. मैने इस मुद्दे पर शांता कुमार को खुली बहस करने की चुनौती दी है. लेकिन वह इसे लेने के लिए तैयार नहीं हैं’’.
भाजपा के उम्मीदवार शांता कुमार ने आप की चुनौती को खारिज करते हुए कहा, ‘‘आप यहां प्रतियोगिता से बाहर है. यह कांग्रेस और भाजपा के बीच की सीधी लड़ाई है’’.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, लोगों ने देखा है कि पिछले दस सालों में केंद्र सरकार कितना भ्रष्ट्र रही है. देश भर में परिवर्तन की हवा बह रही है और इस संदर्भ में हिमाचल, देश के बाकि हिस्सों से अलग नहीं है.
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