छत्तीसगढ़ के नारायणपुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर शुक्रवार देर रात पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए हैं। इसे छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी मुठभेड़ बताया जा रहा है।
|
नक्सलियों के खिलाफ पुलिस लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने भारी मात्रा में एलएमजी राइफल, एके 47 राइफल, एसएलआर राइफल, इंसास राइफल, कैलिबर 303 राइफल और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं। तलाशी अभियान जारी है और सीआरपीएफ, डीआरजी के अतिरिक्त बल भी नजर बनाए हुए हैं।
पुलिस और नक्सली के बीच हुई इस मुठभेड़ की पूरी जानकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दी है। मुख्यमंत्री कार्यालय से बताया गया है कि गृह मंत्री अमित शाह ने नारायणपुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए 31 नक्सलियों के संबंध में कल रात छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय से बात की।
बताया जा रहा है कि अमित शाह ने मुख्यमंत्री से पूरे ऑपरेशन के बारे में जानकारी ली है और आगे की योजनाओं के बारे में जाना है। जिस इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है, वहां पर अभी भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
बता दें कि सितंबर माह में माओवादी आतंक से पीड़ितों ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस दौरान गृह मंत्री ने कहा था कि नकस्ल को खत्म करने की दिशा में भाजपा सरकार काम कर रही है। बस्तर से नक्सल को खत्म करने की डेडलाइन भी उन्होंने दी थी। अमित शाह ने कहा था, साल 2026 मार्च तक नक्सल से मुक्ति भाजपा सरकार दिलाएगी। साथ ही अमित शाह ने नक्सलियों से अपील की थी वह आत्मसमर्पण करें।
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री कार्यालय से बताया गया है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बीजापुर में आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सली हिंसा से पीड़ित युवाओं से मुलाकात कर उनके साहस और संघर्ष को सराहा। पुनर्वास नीति के तहत पुलिस विभाग में शामिल ये युवा अब नक्सलवाद के खिलाफ डटकर खड़े हैं। मुख्यमंत्री ने बस्तर में बढ़ती शांति की ओर इशारा करते हुए कहा, "नक्सलवाद की खोखली विचारधारा को छोड़कर लौटने वाले इन युवाओं के कारण बस्तर शांति की राह पर अग्रसर है।"
| | |
|