Ramlala Pran Pratishtha: रामनगरी पहुंचा 400 किलो का ताला, 30 किलो की चाबी, जानिए किसने और कैसे बनाया
Last Updated 21 Jan 2024 08:40:23 AM IST
श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उल्लास है। देश के कोने-कोने से लोग आराध्य के लिए भेंट भेज रहे हैं। शनिवार को कारसेवकपुरम में अलीगढ़ से भेजा गया ताला और चाबी पहुंचा।
रामनगरी पहुंचा 400 किलो का ताला, 30 किलो की चाबी |
ताले का वजन 400 किलो तो चाबी का भार 30 किलो है। इसे अलीगढ़ में ज्वालापुरी की गली नंबर पांच में तैयार किया गया है।
इस ताले को यहां के रहने वाले ताला कारीगर सत्यप्रकाश शर्मा और उनकी पत्नी रुकमणी शर्मा ने बनाया है। ताले की लंबाई छह फीट दो इंच और चौड़ाई दो फीट साढ़े नौ इंच है।
इसे बनाने में 65 किलोग्राम पीतल लगा है। इसकी चाबी तीन फिट चार इंच लंबी है।
इसको बनाने में छह महीने लगे। इसे विश्व का सबसे बड़ा ताला बताया जा रहा है।
इसे बनाने के बाद कारीगरों ने महामंडलेश्वर डॉ. अन्नपूर्णा भारतीपुरी महाराज को अयोध्या में भेंट करने के लिए सौंपा था। वे इसे लेकर अयोध्या धाम आए हैं।
| Tweet |