Ramlala Pran Pratishtha: प्राण प्रतिष्ठा पर श्रीरामनगरी की सीमाएं सील

Last Updated 21 Jan 2024 07:57:25 AM IST

श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह (22 जनवरी) में अब सिर्फ एक दिन का समय बचा है। समारोह की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।


प्राण प्रतिष्ठा पर श्रीरामनगरी की सीमाएं सील

श्रीरामनगरी को त्रेताकालीन झरोखे में ढालकर सजाया-संवारा गया है। पूरी रामनगरी फूलों से महकायी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के नाते श्रीरामनगरी कड़े सुरक्षा कवच में जकड़ गयी है। प्रधानमंत्री के इर्द-गिर्द परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा। शनिवार को जिले की सभी सीमाएं सीलकर बाहर से इंट्री पर प्रतिबंध लगा दिये गये हैं। सिर्फ वह ही लोग प्रवेश कर पाएंगे जिनके पास श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का आमंतण्रकार्ड रहेगा। अयोध्यावासियों से भी अपील की गयी है कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन वे अपने घरों पर ही रहें।

अन्यथा सुरक्षा बंदोबस्त में उन्हें दिक्कतें उठानी पड़ेंगी।  अयोध्या में बाहर से तीन डीआईजी, 17 आईपीएस और 100 पीपीएस बुला लिये गये हैं। श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय पांच स्तरीय सुरक्षा घेरे में एटीएस के 550 कमांडो व एसपीजी के 35 जवान डेरा डाले हैं। अलग-अलग स्तर में सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले अन्य जवान भी रामनगरी में चप्पे-चप्पे की छानबीन में जुटे हैं। सिविल पुलिस समेत विभिन्न एजेंसियों के 30 हजार से ज्यादा जवानों ने सुरक्षा व्यवस्था को अपने हाथों में ले लिया है।

प्रधानमंत्री के पास सबसे पहले एसपीजी के बॉडीगार्ड होंगे जो असॉल्ट राइफल, ऑटोमेटिक गन, 17 एम रिवॉल्वर समेत अन्य आधुनिक असलहों से लैस होंगे। अगले स्तर में एसपीजी के कमांडो रहेंगे। इसके बाद एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। उनके साथ एटीएस व अन्य कमांडो भी मुस्तैद होंगे। चौथे लेयर में अर्धसैनिक बलों के जवान होंगे। अंतिम लेयर में सुरक्षा का जिम्मा सिविल पुलिस के जवानों का होगा। कार्यक्रम स्थल से लेकर बाहर तक चप्पे-चप्पे पर इन जवानों का पहरा होगा। 

इस फुलप्रूफ सुरक्षा घेरे को अमलीजामा देने एसपीजी के 50 से ज्यादा जवान आ चुके हैं। अभी इतने ही और जवानों के पहुंचने की उम्मीद है। एटीएस के 550 कमांडो भी लगातार कैंप किये हैं। कार्यक्रम को लेकर हाइवे पर भी निगरानी बढ़ाई गई है। 200 मीटर की दूरी पर पुलिस, यातायात व अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात रहेंगे। महषर्ि वाल्मीकि एयरपोर्ट से श्रीराम जन्मभूमि परिसर तक सजावट व सुरक्षा को कदम-दर-कदम परखा जा रहा है। कमिश्नर गौरवदयाल व आईजी प्रवीण कुमार पल-पल पर नजर रख रहे हैं। आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। हर परिस्थिति से निपटने को सुरक्षा एजेंसियां तैयार हैं।

यूपीएसएसएफ के अभेद्य और अचूक सुरक्षा कवच में श्रीराम मंदिर

22 जनवरी को श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर श्रीराम मंदिर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। एनएसजी से प्रशिक्षित यूपीएसएसएफ की महिला और पुरुष कमांडो को तैनात किया गया है। पूरे परिसर को अभेद्य और अचूक सुरक्षा कवच के बीच कर दिया गया है।उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल के लगभग 1450 जवान श्रीराम जन्मभूमि की सुरक्षा में तैनात हैं। अपर पुलिस महानिदेशक एलवी एंटनी देव कुमार स्वयं मॉनीटरिंग कर रहे हैं।

यूपीएसएसएफ के जवान रामजन्म भूमि परिसर, गर्भगृह और पेट्रोलिंग ड्यूटी के साथ रेड जोन की सुरक्षा में लगाए गए हैं। विभाग के जनसंपर्क अधिकारी विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि इन जवानों को हरियाणा के मानेसर में एनएसजी से प्रशिक्षण दिलाया गया और अत्याधुनिक हथियार से लैस किए गए। ये किसी भी संदिग्ध परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। बल में सिविल पुलिस और पीएसी के चुनिंदा जवानों की नियुक्ति की जाती है। इस बल में आने के बाद जवानों को तीन माह की स्पेशल ट्रेनिंग कराई जाती है। मंदिर की सुरक्षा में महिला और पुरुष कमांडो लगाए गए हैं।

समयलाइव डेस्क
अयोध्या


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment