मोटापे के खिलाफ PM मोदी ने छेड़ी जंग, जागरूकता फैलाने के लिए 10 बड़े हस्तियों को किया नॉमिनेट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दस प्रमुख हस्तियों को मोटापे के खिलाफ राष्ट्रीय आंदोलन में शामिल होने और स्वस्थ भोजन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए आमंत्रित किया।
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यह पहल उनकी फिट इंडिया मुहिम के साथ जुड़ी हुई है। नामित हस्तियों में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, व्यवसायी आनंद महिंद्रा, अभिनेता से राजनेता बने दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ, ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर और मीराबाई चानू, अभिनेता मोहनलाल और आर माधवन, गायिका श्रेया घोषाल, राज्यसभा सांसद और समाजसेवी सुधा मूर्ति और इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने इन हस्तियों से आग्रह किया कि वह लोग इस मूवमेंट की पहुंच और प्रभाव को बढ़ाने के लिए दस व्यक्तियों को नामांकित करें।
प्रधानमंत्री ने 'एक्स' पर कहा, "जैसा कि कल के मन की बात में बताया गया था, मैं मोटापे के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने और भोजन में खाद्य तेल की खपत को कम करने के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए निम्नलिखित लोगों को नामित करना चाहूंगा। मैं उनसे दस-दस लोगों को नामित करने का भी अनुरोध करता हूं ताकि हमारा आंदोलन और बड़ा हो सके! सामूहिक रूप से, आइए हम भारत को और अधिक स्वस्थ और तंदुरुस्त बनाएं।"
As mentioned in yesterday’s #MannKiBaat, I would like to nominate the following people to help strengthen the fight against obesity and spread awareness on reducing edible oil consumption in food. I also request them to nominate 10 people each so that our movement gets bigger!… pic.twitter.com/bpzmgnXsp4
— Narendra Modi (@narendramodi) February 24, 2025
रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने भारत के खेल क्षेत्र में प्रगति की सराहना की और स्वस्थ जीवन जीने के महत्व पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने मोटापे की बढ़ती समस्या पर भी चर्चा की।
उन्होंने देहरादून में राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में इस विषय पर हुई चर्चा का उल्लेख किया और भारत में मोटापे की गंभीर स्थिति पर चिंता जताई। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि भारत में हर आठ में से एक व्यक्ति मोटापे से प्रभावित है और हाल के वर्षों में इसके मामले दोगुने हो गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बचपन में भी मोटापे मामले चार गुना बढ़ गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगाह किया कि अत्यधिक वजन हृदय रोग, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी कई बीमारियों से जुड़ा हुआ है। हालांकि, उन्होंने भरोसा दिलाया कि जीवनशैली में छोटे-छोटे लेकिन सार्थक बदलाव इस समस्या से निपटने में मदद कर सकते हैं।
इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा, मुक्केबाज निखत जरीन और प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. देवी शेट्टी को अपने रेडियो कार्यक्रम में आमंत्रित किया, ताकि वे मोटापे से निपटने पर अपने विचार साझा कर सकें। प्रधानमंत्री ने नागरिकों से स्वस्थ खान-पान की आदतें अपनाने का आग्रह किया, खासतौर पर तेल की अत्यधिक खपत को कम करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, "खाने में कम तेल का इस्तेमाल करना और मोटापे से निपटना केवल व्यक्तिगत पसंद नहीं है, बल्कि परिवार के प्रति हमारी जिम्मेदारी भी है। खाने में तेल का अत्यधिक इस्तेमाल हृदय रोग, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी कई बीमारियों का कारण बन सकता है। अपनी खान-पान की आदतों में छोटे-छोटे बदलाव करके हम अपने भविष्य को मजबूत, फिट और रोग मुक्त बना सकते हैं।"
इसलिए, बिना देर किए हमें इस दिशा में अपने प्रयासों को बढ़ाना चाहिए और उन्हें अपने जीवन में लागू करना चाहिए। हम सभी मिलकर इसे बहुत ही मजेदार और प्रभावी तरीके से कर सकते हैं।”
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