विपक्षी सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस का केंद्र पर हमला, संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन

Last Updated 19 Dec 2023 11:21:36 AM IST

संसद के शेष शीतकालीन सत्र के लिए 93 सांसदों को निलंबित किए जाने के बावजूद, कांग्रेस ने सोमवार को केंद्र पर कटाक्ष किया है।


संसद के शेष शीतकालीन सत्र के लिए 93 सांसदों को निलंबित किए जाने के बावजूद, कांग्रेस ने सोमवार को केंद्र पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह वाकई विडंबनापूर्ण है कि 13 दिसंबर को दो घुसपैठियों को लोकसभा में प्रवेश दिलाने में मदद करने वाले भाजपा सांसद अब भी सांसद बने हुए हैं।

एक्स पर एक पोस्ट में, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, "यह वास्तव में विडंबनापूर्ण है कि जिस भाजपा सांसद ने 13 दिसंबर को दो घुसपैठियों को लोकसभा में प्रवेश दिलाने में मदद की, वह अभी भी सांसद हैं। जबकि इस भाजपा सांसद की भूमिका पर गृह मंत्री से बयान की मांग करने वाले 93 भारतीय सांसदों को दोनों सदनों से निलंबित कर दिया गया है। मोदी है तो यही है!"

 

संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष निलंबित सांसदों के विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार भी शामिल हुए।

कई विपक्षी सांसदों के हाथों में तख्तियां थीं जिन ‘डेमोक्रेसी अंडर सीज’ (लोकतंत्र को बंधक बनाया गया) और कुछ अन्य नारे लिखे हुए थे।
उन्होंने ‘गृह मंत्री इस्तीफा दो’ के नारे भी लगाए गए।

खरगे ने कहा, ‘‘हम सिर्फ यही चाहते हैं कि सुरक्षा चूक के विषय पर गृह मंत्री सदन में आकर बयान दें। वह क्यों भाग रहे हैं, मुझे मालूम नहीं है। संसद का सत्र जारी है, लेकिन वह सदन के बाहर बयान दे रहे हैं। ऐसा कभी नहीं होता है। जो बातें सदन में बोलनी हैं, वह बाहर बोली जाती हैं तो इससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंचती हैं।’’
 


निलंबित विपक्षी सांसदों ने भी संसद के मकर द्वार पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि सांसदों का निलंबन लोकतांत्रिक प्रणाली को खत्म करने का षड्यंत्र है तथा पहले गुजरात में भी इसी तरह से विधानसभा चलाई जाती थी।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, ‘‘यहां तानाशाही चल रही है, उसके खिलाफ लड़ेंगे।’’

 

संसद में सोमवार को 78 विपक्षी सांसदों को आसन की अवमानना तथा अशोभनीय आचरण के आरोप में निलंबित कर दिया गया, जो संसदीय इतिहास में एक दिन में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।

गत 13 दिसंबर को लोकसभा से 33 सदस्यों और राज्यसभा से 45 सदस्यों को निलंबित कर दिया गया।

पिछले बृहस्पतिवार से दोनों सदनों से निलंबित किए गए विपक्षी सांसदों की कुल संख्या 92 हो गई है।

आईएएनएस/भाषा
नई दिल्ली


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