चन्द्रयान-3 की सफल लैंडिंग को लेकर शुरू हुई राजनीति, BJP और Congress के बीच क्रेडिट लेने की होड़
चंद्रयान- 3 की सफल लैंडिंग के बाद पूरे देश में उत्साह का माहौल है।
Chandryan-3,congress,bjp |
जिस दिन चंद्रयान-3 चन्द्रमा की धरती पर लैंड हुआ था, उस दिन देश का शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जिसने तालियां बजाकर स्वागत ना किया हो। उस पल को एंजॉय ना किया हो, जिस दिन चन्द्रयान-3 लैंड हुआ था। देश का शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा, जिसने इसरो के वैज्ञानिकों को धन्यवाद न दिया हो, लेकिन आज दुर्भाग्य से इस पर भी राजनीति होने लगी है। भाजपा और कांग्रेस के नेता इसकी सफलता का क्रेडिट अपनी-अपनी पार्टी के नेताओं को देने लगे हैं।
बीजेपी के नेता जहां यह कहकर कि प्रधानमंत्री मोदी की वजह से भारत आज विश्व भर में विख्यात होने लगा है। उनके विजन की वजह से भारत आज विश्व के कुछ चुनिंदा देशों के साथ खड़ा हो गया है। भारत विश्व का पहला देश हो बन गया है जिसके वैज्ञानिकों ने चाँद की दक्षिणी छोर पर अपना यान उत्तार दिया है। बीजेपी नेताओं के इस बयान के बाद कांग्रेस के नेता अब यह कहने लगे हैं कि भारत में स्पेस की नींव देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने रखी थी।
जबकि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के समय में अंतरिक्ष में सेटेलाइट भेजने की शुरुवात हो गई थी। कांग्रेसी नेताओं ने यहाँ तक कह दिया है कि चंद्रयान-1भी कांग्रेस की सरकार के समय भेजा गया था। राजनैतिक पार्टियां राजनीति करती हैं, उन्हें राजनीति करनी भी चाहिए, लेकिन कम से कम उन कार्यों को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए, जिसे हमारे देश के वैज्ञानिक रात दिन मेहनत करके सफलता हासिल करते हैं। यह तय है कि देश के वैज्ञानिक पूरी निष्ठा के साथ अपना काम करते हैं। सरकारें किसी भी पार्टी की हों वैज्ञानिक अपना काम नहीं रोकते हैं। लिहाजा चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग को लेकर हो रही राजनीति बंद होनी चाहिए। क्योंकि इस देश को आगे बढ़ाने में सबने कुछ न कुछ योगदान अवश्य दिया है।
चाहें प्रधानमंत्री नेहरू रहे हों , इंदिरा गांधी रहीं हों ,अटल बिहारी बाजपेयी रहे हों। अब बारी मोदी की है। निश्चित तौर पीएम मोदी देश के होनहार लोगों को प्रोतसाहित करते रहते हैं। देश के वैज्ञानिकों को भी समय-समय पर प्रोत्साहित कर उनकी ऊर्जा को बढ़ाने में अपनी अहम् भूमिका निभाते हैं। आज पूरी दुनिया मोदी के विजन की तारीफ़ कर रही है। लेकिन देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों ने भी कम योगदान नहीं दिया है , इसका भी ख्याल रखना चाहिए। 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है। चुनाव में कई तरह के मुद्दे उठाएंगे। देश की सभी पार्टियां जनता के बीच जाकर कुछ न कुछ कहेंगे। विपक्षी पार्टियां केंद्र की सरकार को घेरने की कोशिश करेंगी। जबकि सरकार अपनी उपलब्धियों के बारे में बात करेगी। उम्मीद की जानी चाहिए कि चुनाव के दौरान चन्द्रयान-3 सफलता को लेकर होड़ ना मचे।
| Tweet |