'इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुआ बालासोर ट्रेन हादसा', रेल मंत्री बोले- बुधवार तक सेवाएं बहाल होने की उम्मीद
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बालेश्वर में बहाली के काम का निरीक्षण किया, जहां दो यात्री ट्रेनें और एक मालगाड़ी एक बड़ी दुर्घटना में शामिल थी, जिसमें 288 यात्रियों की मौत हो गई थी और 1,000 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि ओडिशा के बालासोर जिले में ट्रेन हादसे की असल वजह की पहचान कर ली गई है और हादसे से प्रभावित हुई पटरियों की सामान्य सेवाओं के लिए बुधवार तक मरम्मत किए जाने की उम्मीद है।
#WATCH रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा के बालासोर में चल रहे मरम्मत कार्य को देखने के लिए दुर्घटना स्थल पर मौजूद हैं। pic.twitter.com/vHmUbiGV1u
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2023
दुर्घटनास्थल पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि हादसे की वजह रेलवे सिग्नल के लिए अहम ‘प्वाइंट मशीन’ और ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग’ प्रणाली से संबंधित है।
कल प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों पर तेजी से काम चल रहा है। कल रात एक ट्रैक काम लगभग पूरा हो गया। आज एक ट्रैक की पूरी मरम्मत करने की कोशिश रहेगी। सभी डिब्बों को हटा दिया गया है। शवों को निकाल लिया गया है। कार्य तेजी से चल रहा है। कोशिश है की बुधवार की सुबह तक सामान्य रूट… pic.twitter.com/1fIBYMApgL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2023
वैष्णव ने कहा कि ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग’ में किए गए बदलाव की पहचान कर ली गई है जिसके कारण यह हादसा हुआ। उन्होंने इस घटना का ‘कवच’ प्रणाली से कोई संबंध होने से इनकार किया।
#WATCH रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है। हादसे के कारण का पता लग गया है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है... इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव pic.twitter.com/DXlVvzGE95
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2023
रेलवे अपने नेटवर्क में ‘कवच’ प्रणाली उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में है, ताकि रेलगाड़ियों के आपस में टकराने से होने वाले हादसों को रोका जा सके।
गौरतलब है कि बालासोर में बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन के बजाय लूप लाइन में प्रवेश करने के बाद वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस हादसे की चपेट में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी आ गई थी। इस दुर्घटना में कम से कम 288 लोगों की मौत हुई है और 1,100 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
रेल मंत्री ने कहा, ‘‘दुर्घटना की जांच पूरी कर ली गई है और रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) जैसे ही अपनी रिपोर्ट देंगे तो सभी जानकारियां पता चलेंगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस भीषण घटना की असल वजह की पहचान कर ली गई है...मैं इस पर विस्तार से बात नहीं करना चाहता। रिपोर्ट आने दीजिए। मैं सिर्फ यह कहूंगा कि असल वजह और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली गई है।’’
वैष्णव ने यह भी कहा कि रेल दुर्घटना के करीब 300 पीड़ितों को मुआवजा दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने सोरो हॉस्पिटल में मरीजों और चिकित्सकों से मुलाकात की। हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु, रांची, कोलकाता तथा अन्य स्थानों से विशेष ट्रेन चलाई जा रही हैं ताकि मरीज इलाज के बाद घर लौट सकें।’’
दुर्घटनास्थल पर पत्रकारों से बातचीत में वैष्णव ने कहा कि मरम्मत का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है और एक मुख्य लाइन पर पटरियां पहले ही बिछाई जा चुकी हैं।
वैष्णव ने कहा, ‘‘हमने सभी संसाधनों को काम पर लगाया है। मैं यह भी कहना चाहता हूं कि कवच प्रणाली का इस दुर्घटना से कोई संबंध नहीं है। यह हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली में बदलाव की वजह से हुआ। ममता बनर्जी (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री) की टिप्पणी सही नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्वाइंट मशीन की सेटिंग में बदलाव किया गया है। कैसे और क्यों यह किया गया, इसका खुलासा जांच रिपोर्ट में किया जाएगा।’’
इलेक्ट्रिक प्वाइंट मशीन त्वरित संचालन और ‘प्वाइंट स्विच’ को लॉक करने के लिए रेलवे सिग्नल का महत्वपूर्ण उपकरण है तथा वह रेलगाड़ियों के सुरक्षित परिचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इन मशीनों के काम न करने के कारण ट्रेन संचालन पर गंभीर असर पड़ता है और इन्हें लगाने के वक्त विसंगतियों से असुरक्षित स्थितियां भी पैदा हो सकती हैं।
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि सिग्नल ‘‘दिया गया था और ट्रेन संख्या 12841 (कोरोमंडल एक्सप्रेस) को अप मेन लाइन के लिए रवाना किया गया था, लेकिन ट्रेन अप लूप लाइन में प्रवेश कर गई और लूपलाइन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई तथा पटरी से उतर गई। इस बीच, ट्रेन संख्या 12864 (बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस) डाउन मेन लाइन से गुजरी और उसके दो डिब्बे पटरी से उतर गए तथा पलट गए।’’
इस रिपोर्ट की एक प्रति ‘न्यूज एजेंसी-’ के पास उपलब्ध है।
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