Patna में होने वाली बैठक में विपक्षी एकता की स्क्रिप्ट हो जाएगी तैयार!
कुछ दिन पहले गठबंधन के जिस फार्मूले को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाक़ात की थी,अब उस पर मुहर लगने वाली है।
Patna में होने वाली बैठक में विपक्षी एकता |
विपक्षी के उन सभी नेताओं की आपस में बात हो गई है, जिन्होंने गठबंधन में शामिल होने की सहमति जताई है। संभवतः जून के पहले या दूसरे सप्ताह में बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी नेताओं जमावड़ा होगा। नीतीश कुमार ने सभी को नेवता भेज दिया है। कांग्रेस ने इसमें शामिल होने की पुष्टि कर दी है।
लोकसभा 2024 चुनाव को लेकर सभी पार्टियों की तैयारियां जोर शोर से चल रही है। विपक्षी पार्टियों के साथ- साथ सत्ता पक्ष यानी भाजपा भी इस बार कुछ अलग तरह की तैयारियों में लगी हुई है। भाजपा ने एनडीए सरकार के नौ साल की उपलब्धियों को बताना शुरू कर दिया है। भाजपा की तरफ से देश के हर राज्य में प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार की नौ साल की उपलब्धियों को बताया जा रहा है। इस काम में केंद्रीय मंत्रियों को लगा दिया गया है। उधर कांग्रेस ने सरकार की नौ साल के कार्यकाल के दौरान सरकार की नाकामियों को लेकर नौ सवाल पूछकर भाजपा को घेरने की कोशिश की है। यानि कुलमिलाकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं।
फिलहाल बात यहाँ विपक्ष के नेताओं की हो रही है। विपक्ष को एकजूट करने की जिम्मेदारी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वयं उठा रखी है। पूरे देश को पता है कि वो विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने के लिए कितनी शिद्दत से लगे हुए हैं। राहुल गाँधी , कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ,एनसीपी प्रमुख शरद पवार ,वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ,उद्धव ठाकरे समेत सीपीएम और सीपीआई के कई नेताओ से वो मुलाकात कर चुके हैं। कर्नाटक चुनाव सपन्न हो जाने के कुछ दिन बाद ही नीतीश कुमार ने मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गाँधी से मुलाक़ात की थी। उन्होंने विपक्षी एकता को लेकर जो फार्मूला तैयार किया था उस पर उन दोनों नेताओं से चर्चा भी हुई थी। सूत्र बताते हैं कि नीतीश कुमार का फार्मूला दोनों नेताओं को काफी पसंद आया था।
अब जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक़ जून के पहले या दूसरे सप्ताह में विपक्ष के सारे नेता मिलने जा रहे हैं। इनकी यह मुलाक़ात बिहार की राजधानी पटना में होनी है। ऐसा माना जा रहा है कि इस मीटिंग में विपक्षी पार्टी के वो सभी नेता मौजूद रहेंगे ,जिन्होंने गठबंधन में शामिल होने की सहमति जताई है। यानि जून के महीने में यह पता चला जाएगा कि विपक्ष की कौन-कौन सी पार्टियां एक साथ आने को तैयार हैं। संभवतः यह भी पता चला जायेगा कि गठबंधन, किस फार्मूले के तहत 2024 में भाजपा का मुकाबला करने जा रहा है। कहने को तो लोकसभा चुनाव 2024 में अभी लगभग एक साल बाकी हैं, लेकिन तैयारी के मामले में सभी ने यही मान लिया है कि चुनाव बहुत जल्दी होने वाले हैं।
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