नए आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव की Twitter को चेतावनी, कहा- देश का कानून मानना ही होगा
सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नये सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नियमों को लेकर केंद्र सरकार के साथ ट्विटर के गतिरोध पर बृहस्पतिवार को कहा कि भारत में रहने और काम करने वालों को देश के नियमों का अनुपालन करना होगा।
ट्विटर को देश के कानून का पालन करना होगा : वैष्णव |
नए सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को यह स्पष्ट करने में कोई समय बर्बाद नहीं किया कि वह किस तरह से चल रहे ट्विटर-केंद्र के टकराव में चीजें चाहते हैं। वैष्णव ने रेलवे, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया। वैष्णव ने दोनों मंत्रालयों में रविशंकर प्रसाद का स्थान लिया। प्रसाद 2019 से संचार विभाग संभालने के अलावा 2016 से आईटी मंत्रालय संभाल रहे थे।
मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद पार्टी मुख्यालय के अपने पहले दौरे के दौरान वैष्णव ने कहा, "सभी को देश के कानून का पालन करना होगा।"
ट्विटर द्वारा नए आईटी कानून का पालन नहीं करने के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने संकेत दिया कि सभी को नए दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।
Assumed the charge of Minister of Communications at Sanchar Bhawan today. pic.twitter.com/BPQYyDxNVG
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) July 8, 2021
उन्होंने केंद्रीय मंत्री के रूप में देश की सेवा करने का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।
मंत्री ने कहा, "मुझे देश की सेवा करने का इतना बड़ा मौका देने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद कहने के लिए शब्द नहीं हैं।"
Took charge as Cabinet Minister of Railways today. Once again from the core of my heart, I extend my gratitude to Hon’ble PM @narendramodi ji for entrusting me this responsibility.@RailMinIndia pic.twitter.com/OvhRwVHFNX
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) July 8, 2021
1970 में जोधपुर में जन्मे अश्विनी वैष्णव 1994 बैच की ओडिशा कैडर की पूर्व आईएएस अधिकारी हैं। राज्यसभा के लिए पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामित होने के बाद वह 2019 में भाजपा में शामिल हो गए। उन्हें सत्तारूढ़ बीजद के समर्थन से उच्च सदन के लिए निर्विरोध चुना गया था।
उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान पीएमओ में उप सचिव के रूप में भी काम किया। वे वाजपेयी के निजी सचिव भी थे। बाद में वह एमबीए करने के लिए अमेरिका चले गए।
उन्होंने 1992 में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, राजस्थान से इलेक्ट्रॉनिक और संचार इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में स्वर्ण पदक के साथ स्नातक किया और फिर आईएएस क्रैक करने से पहले आईआईटी-कानपुर से एम टेक पूरा किया।
गौरतलब है कि अमेरिकी कंपनी ट्विटर भारत में नये आईटी नियमों का अनुपालन करने में नाकाम रहने को लेकर मुश्किल में पड़ गया है। नये आईटी नियम 50 लाख से अधिक उपयोगकर्ता (यूजर) वाले सोशल मीडिया मंचों द्वारा अन्य जरूरतों के साथ-साथ तीन मुख्य अधिकारियों -- मुख्य अनुपालन अधिकारी , नोडल अधिकारी और शिकायत निवारण अधिकारी नियुक्त करने का प्रावधान करता है। ये तीनों अधिकारी भारत में रहने चाहिए।
नये नियम 26 मई को प्रभावी हुए थे, लेकिन ट्विटर द्वारा सोशल मीडिया दिशानिर्देशों का अनुपालन करना अभी बाकी है, जबकि सरकार ने इस बारे में बार-बार उसे स्मरण दिलाया है।
इसके अलावा, दूरसंचार क्षेत्र में वित्तीय तनाव और एजीआर बकाया नए मंत्री के सामने अन्य प्रमुख मुद्दे होंगे।
हालांकि अन्य प्रमुख सोशल मीडिया कंपनियों ने नए आईटी नियमों का अनुपालन किया है, लेकिन इन दिशानिर्देशों का निरंतर और सख्त कार्यान्वयन वैष्णव के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य रहेगा।
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