ईरान ने किया गाजा और लेबनान में युद्ध विराम का समर्थन, इजरायल को दी चेतावनी

Last Updated 06 Oct 2024 12:23:45 PM IST

ईरान के विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अराघची ने अपनी सीरिया यात्रा के दौरान जहां गाजा और लेबनान में युद्ध विराम का समर्थन किया वहीं इजरायल को चेतावनी दी कि उनका देश किसी भी हमले का जवाब देगा। उन्होंने कहा कि सभी परिस्थितियों में सीरिया के लिए ईरान का समर्थन जारी रहेगा।


सीरिया की अपनी एक दिवसीय यात्रा के समापन पर  अराघची ने शनिवार कहा कि उनका देश विस्थापित लेबनानी शरणार्थियों को समर्थन देने के लिए सीरिया के साथ अपनी सहायता और समन्वय जारी रखेगा।

ईरान पर इजरायली हमले की संभावना पर, अराघची ने कहा, "किसी भी इजरायली हमले का करारा जवाब दिया जाएगा, हमने अतीत में भी ऐसा किया है।"

अराघची ने जोर देते हुए कहा कि युद्ध विराम की कोई भी शर्त फिलिस्तीनियों और लेबनानी दोनों को स्वीकार्य होनी चाहिए।

सीरिया के साथ ईरान के संबंधों के बारे में पूछे जाने पर, अराघची ने दोनों देशों के बीच गहरी रणनीतिक साझेदारी पर प्रकाश डाला और कहा कि सभी परिस्थितियों में सीरिया के लिए ईरान का समर्थन जारी रहेगा।

यात्रा के दौरान ईरानी विदेश मंत्री ने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद और सीरियाई प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी जलाली के साथ भी बैठक की। इस दौरान उन्होंने इजरायली सैन्य हमले से बचकर भाग रहे लेबनानी परिवारों को मानवीय सहायता सुनिश्चित करने के लिए सहयोग पर चर्चा की।

ईरान की ओर से 1 अक्टूबर की रात इजरायल पर बड़ा मिसाइल अटैक किया गया। इजरायल के चैनल 13 टीवी समाचार के मुताबिक ईरान की ओर से कम से कम 200 जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें दागी गईं, जिससे पूरे देश में सायरन बजने लगे और लाखों लोग शेलटर्स की ओर भागे।

ईरान का कहना है कि यह बमबारी हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया, हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरुशन की हत्याओं के जवाब में की गई।

बता दें ईरान हमास और हिजबुल्लाह को खुलकर समर्थन देता आया है।

ईरानी हमले के कुछ घंटों बाद, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सुरक्षा कैबिनेट की बैठक के दौरान कहा, "ईरान ने आज रात एक बड़ी गलती की है, और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।"

इस बीच शुक्रवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल पर तेहरान के हमले की तारीफ की और इसे 'पूरी तरह से कानूनी और वैध कार्य' बताया। उन्होंने कहा कि ईरान समेत तमाम इस्लामिक देशों का दुश्मन एक है और सबको साथ आने की जरूरत है।

तेहरान की ग्रैंड मोसल्ला मस्जिद से शुक्रवार की नमाज का नेतृत्व करते हुए खामेनेई ने कहा, "दो या तीन रात पहले हमारे सशस्त्र बलों का शानदार काम पूरी तरह से कानूनी और वैध था।"

आईएएनएस
दमिश्क


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