कोरोना को हराना प्राथमिकता है : मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि ताजा लहर के ‘तूफान’ ने देश को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन इस हाल में धैर्य बनाए रखे, हम इस आपदा ने बाहर निकलने में सफल होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी |
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारी प्राथमिकता इस बीमारी को हराना है। इसके लिए देशवासियों को सकारात्मक भाव बनाए रखना चाहिए।
अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 76वीं कड़ी को प्रधानमंत्री ने पूरी तरह कोरोना महामारी पर केंद्रित रखा। उन्होंने कहा, आज सबसे बड़ी प्राथमिकता इस बीमारी को हराना है। इसके लिए देशवासियों को सकारात्मक भाव बनाए रखना है तथा विशेषज्ञों और वैज्ञानिक सलाह को प्राथमिकता देना है। जल्द ही इस आपदा से बाहर निकलने की उम्मीद जताते हुए प्रधानमंत्री ने देशवासियों को कोरोना रोधी टीकों को लेकर चल रही अफवाहों से भी आगाह किया और कहा कि केंद्र सरकार पात्र नागरिकों को नि:शुल्क टीका देती रहेगी। मोदी ने कहा, आज आपसे ‘मन की बात’ ऐसे समय कर रहा हूं जब कोरोना हम सभी के धैर्य, हम सभी के दु:ख बर्दाश्त करने की सीमा की परीक्षा ले रहा है। बहुत से अपने हमें असमय छोड़कर चले गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, पिछले दिनों इस संकट से निपटने के लिए उन्होंने देश के चिकित्सा जगत से लेकर दवा निर्माताओं और टीका निर्माताओं सहित अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों से चर्चा की और इस दौरान उन्होंने सरकार को कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा, इस समय हमें इस लड़ाई को जीतने के लिए विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों की सलाह को प्राथमिकता देनी है।
मोदी ने कहा, आपदा की इस घड़ी में राज्य सरकार के प्रयासों को आगे बढ़ाने में केंद्र सरकार पूरी शक्ति से जुटी हुई है और राज्यों की सरकारें भी अपना दायित्व निभाने की पूरी कोशिश कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, कोरोना से लड़ने के लिए सकारात्मक भाव बहुत ज्यादा जरूरी है और देशवासियों को इसे बनाए रखना है। मोदी ने राज्यों से आग्रह किया कि वह इस मुफ्त टीका अभियान का लाभ अपने राज्य के ज्यादा-से-ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं।
विशेषज्ञों से बात की, मुंबई के चिकित्सक शशांक से बातचीत में प्रधानमंत्री ने कोरोना की पहली लहर और दूसरी लहर का फर्क जानना चाहा। डा. शशांक ने कहा, पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर में संक्रमण तेजी से फैल रहा है लेकिन इसके साथ ही इससे ठीक होने की रफ्तार भी ज्यादा है और मृत्यु दर काफी कम है। शशांक ने कहा, जैसे लोग कपड़े बदलते हैं, वैसे ही कोरोना का वायरस भी अपना रंग बदल रहा है। उन्होंने कहा, इसलिए बिल्कुल डरने की बात नहीं है। इस लहर को भी हम पार कर लेंगे।
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