किसान हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों से मिले गृह मंत्री अमित शाह, बढ़ाया हौसला
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली में शामिल आंदोलनकारियों के साथ झड़प में घायल हुए पुलिसकर्मियों से आज अस्तपाल जाकर मिले।
शाह करेंगे अस्पतालों का दौरा (फाइल फोटो) |
शाह गुरूवार को दिन में तीर्थराम अस्पताल और सुश्रुत ट्रामा सेंटर गये और वहां उपचार करा रहे घायल पुलिसकर्मियों से मिले।
गृह मंत्री ने खुद ट्विट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘‘घायल पुलिसकर्मियों से मिल रहा हूं। हमें उनकी बहादुरी तथा धैर्य पर गर्व है। ’’ उन्होंने ट्विट के साथ अस्पताल दौरे की अपनी तस्वीर भी साझा की है।
Meeting the injured Delhi Police personnel. We are proud of their courage and bravery. https://t.co/7ooTwEf06x
— Amit Shah (@AmitShah) January 28, 2021
शाह ने इस दौरान घायल पुलिसकर्मियों से बात की और उनका हाल चाल तथा घटना के बारे में बात की। उन्होंने डाक्टरों से भी घायलों के उपचार के बारे में बात की। वह अपने साथ घायलों के लिए फल भी लेकर गये थे।
Delhi: Union Home Minister Amit Shah meets injured Police personnel at Tirath Ram Shah Hospital. These Police personnel were injured in the violence during the farmers' tractor rally on January 26th. pic.twitter.com/VtDg7m3iFz
— ANI (@ANI) January 28, 2021
उल्लेखनीय है कि ट्रैक्टर रैली के दौरान आंदोलनकारियों के साथ झड़प में 200 से भी अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गये थे। उन्हें उपचार के लिए दिल्ली के अलग अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
शाह के साथ केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला तथा दिल्ली पुलिस के आयुक्त एन एन श्रीवास्तव भी थे।
किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा की घटनाओं में करीब 400 पुलिसकर्मी घायल हो गए। किसान नवंबर से ही केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर परेड में हिंसा में किसान नेताओं की भूमिका की जांच की जाएगी। हिंसा और तोड़-फोड़ में दिल्ली पुलिस के 394 कर्मी घायल हुए हैं।
दिल्ली के पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसान यूनियनों ने ट्रैक्टर परेड के लिए तय शर्तों का पालन नहीं किया। परेड दोपहर 12 बजे से शाम पांच बजे के बीच होनी थी और उसमें 5,000 टैक्टरों को शामिल होना था।
गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड का लक्ष्य कृषि कानूनों को वापस लेने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग करना था। दिल्ली पुलिस ने राजपथ पर समारोह समाप्त होने के बाद तय रास्ते से ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी, लेकिन हजारों की संख्या में किसान समय से पहले विभिन्न सीमाओं पर लगे अवरोधकों को तोड़ते हुए दिल्ली में प्रवेश कर गए। कई जगह पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई और पुलिस को लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोलों का सहारा लेना पड़ा।
ट्रैक्टर परेड के दौरान आईटीओ के पास ट्रैक्टर पलटने से एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गयी थी।
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