Kumbhwani FM Channel: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को सर्किट हाउस में महाकुंभ के अवसर पर प्रसार भारती के एफएम चैनल कुम्भवाणी का शुभारंभ किया।
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपनी बचपन की यादें ताजा करते हुए कहा कि जब वह छोटे थे, उन दिनों वह आकाशवाणी पर रामचरितमानस का पाठ सुना करते थे।
यहां सर्किट हाउस में आकाशवाणी के एफएम चैनल कुम्भवाणी (103.5 मेगाहर्ट्ज पर) का शुभारम्भ करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे याद है कि बचपन में जब मेरी उम्र सात-आठ साल रही होगी, तब मैं आकाशवाणी पर रामचरितमानस का पाठ सुनता था।”
उन्होंने कहा, “उस समय दूरदर्शन और अन्य चैनल नहीं थे। हर घर में रेडियो जरूर होता था। आज तो एफएम चैनल युवाओं के बीच बहुत लोकप्रिय है और उनके स्मार्टफोन में भी वह सिग्नल पकड़ लेता है। यह कुम्भवाणी उन करोड़ों लोगों तक महाकुम्भ को पहुंचाएगा जो चाह कर भी यहां नहीं पहुंच पाते।”
अपने प्रयागराज दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग किसी कारण से महाकुम्भ में नहीं पहुंच पा रहे हैं, उन तक हम प्रौद्योगिकी के माध्यम से पहुंचेंगे और महाकुम्भ का सजीव प्रसारण उनके समक्ष कर पाएंगे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुम्भ केवल एक आयोजन नहीं है, बल्कि सनातन गौरव और गर्व का एक महाआयोजन है, एक महासमागम है। उन्होंने कहा कि जिसको सनातन धर्म के गौरव और गरिमा को देखना हो तो वह कुम्भ का दर्शन करें।
उन्होंने कहा कि जो लोग एक संकीर्ण दृष्टि से सनातन धर्म को देखते हैं, साम्प्रदायिक मतभेद, भेदभाव या छुआछूत के नाम पर लोगों को बांटने का काम करते हैं उन लोगों को आकर देखना चाहिए कि यहां पर ना पंथ का भेद है, ना जाति का भेद है, ना छुआछूत है, ना कोई लिंग का भेद है। उन्होंने कहा कि यहां सभी पंथ और सम्प्रदाय एक साथ एक ही जगह स्नान करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कोविड महामारी आई थी और लॉकडाउन प्रारंभ हुआ था तब जैसे ही दूरदर्शन ने रामायण सीरियल दिखाना प्रारंभ किया तो दूरदर्शन की टीआरपी बढ़ गई थी।
इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री मंत्री डॉ एल मुरुगन ने मुख्यमंत्री का आभार जताया। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, ओमप्रकाश राजभर, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रसार भारती बोर्ड के अध्यक्ष नवनीत सहगल उपस्थित थे।
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