दिल्ली के स्कूलों बम की झूठी ईमेल मामले में पुलिस ने शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया। दिल्ली पुलिस के मुताबिक 12वीं क्लास के छात्र ने 23 स्कूलों को बम की झूठी ईमेल किया था।
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23 स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल 12वीं कक्षा के छात्र द्वारा भेजे गए थे। दिल्ली पुलिस ने छात्र को हिरासत में लिया है।
नाबालिग को हिरासत में तब लिया गया जब पुलिस ने बम की धमकी मामले की जांच की।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि वह परीक्षा नहीं देना चाहता था। लड़के ने अपने संस्थान को छोड़कर कई स्कूलों को बम की धमकी वाले ईमेल भेजे।
पिछले कुछ सप्ताह में कई स्कूलों को बम की धमकियां मिली थी। जांच के दौरान कुछ भी नहीं निकला था। लेकिन, लगातार बम की धमकियों ने पुलिस को परेशान कर दिया था।
धमकियों के मद्देनजर, पुलिस और शिक्षा विभाग ने स्कूल के शिक्षकों के लिए एक सेमिनार आयोजित किया और उन्हें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित भी किया।
स्कूलों के अलावा कई एयरलाइनों को भी बम की धमकियां मिली थी।
पिछले साल 20 दिसंबर को द्वारका में दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) में बम की धमकी की सूचना मिली थी।
11 दिसंबर को, दिल्ली के 40 से अधिक स्कूलों को फिरौती की मांग करती धमकियां मिली, हालांकि किसी भी मामले में कोई विस्फोटक नहीं मिला।
इसी महीने, दक्षिण दिल्ली में इंडियन पब्लिक स्कूल और उत्तर पश्चिम दिल्ली में क्रिसेंट पब्लिक स्कूल को भी बम की धमकियां मिली, जिससे दहशत फैल गई।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने बार-बार होने वाली इस तरह की धमकियों का संज्ञान लिया। साथ ही दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस को ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए एक विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने का निर्देश दिया।
अधिकारियों को भविष्य के खतरों के लिए त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए जनवरी 2024 तक एक व्यापक कार्य योजना प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
बता दें कि छात्र ने कई स्कूलों को धमकी भरे ईमेल किए थे। एक बार तो उसने 23 स्कूलों को धमकी भरा मेल भेज दिया था। छात्र ने दूसरे स्कूलों को मेल इसलिए किया ताकि उस पर कोई शक न कर सके।
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