निशंक ने केंद्रीय विद्यालय के छात्रों के साथ किया शिक्षा संवाद
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ़ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज यहाँ इस वर्ष का पहला शिक्षा संवाद केंद्रीय विद्यालय के छात्रों के साथ किया जिसमें उन्होनें छात्रों के सवालों के जवाब देने के अलावा उन्हें उनकी परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं भी दी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ़ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ |
डॉ निशंक ने कहा, ‘‘मैं समझता हूँ कि स्कूल बंद होने से शिक्षा प्रभावित हुई है लेकिन आपके, आपके शिक्षकों के और हमारे प्रयासों से हमने ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से इस नुकसान की भरपाई की है। आप सभी ने इस महामारी के दौरान तकनीक का बेहतर उपयोग करना सीखा है और उससे आप सभी कुछ न कुछ रचनात्मक कर रहे हैं। आप लोगों ने इन्फॉम्रेशन और कम्युनिकेशन तकनीक एवं ज्ञान के संगम का पूरी तरह से लाभ उठाया है। आप सभी प्रशंसा के पा हैं क्योंकि आपने अपने समक्ष शिक्षा क्षेा में आने वाले व्यापक बदलावों को आत्मसात करते हुए परिवर्तन का एक नया अध्याय लिखा है।’’
उन्होंने छात्रों को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में बताते हुए कहा कि हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आपको पूर्णत: सुसज्जित और सक्षम करेगी। इसकी मदद से आपके सीखने को अधिक अनुभवात्मक, समग्र और एकीकृत, खोज उन्मुख, चर्चा आधारित, लचीला और सुखद बनाया जाएगा. पाठ्यक्रम में विज्ञान और गणित के अलावा बुनियादी कला, शिल्प, खेल, भाषा, साहित्य, संस्कृति और मूल्य शामिल होंगे।
केंद्रीय मंत्री ने डॉ़ कलाम, गुरु गोबिंद सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, स्वामी विवेकानंद जैसे महान व्यक्तियों के बारे में छात्रों को बताते हुए उन्हें इनके द्वारा बताए गए राष्ट्र निर्माण के मूल्यों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने छात्रों से उनकी रुचियों के बारे में, वो कौन सी किताब पढ़ रहे हैं इस बारे में, उनके रोल मॉडल के बारे में पूछा और ये भी पूछा कि अगर बच्चों को एक दिन के लिए शिक्षा मंत्री बना दिया जाए तो वो क्या बदलाव लाना चाहेंगे। इन सवालों पर छात्रों ने बेहद दिलचस्प जवाब दिए।
उन्होनें कहा, ‘‘आप सब आत्मनिर्भर भारत के आधार स्तम्भ हैं तथा पांच ट्रिलियन डॉलर वाली एक सशक्त अर्थव्यवस्था का लक्ष्य आप सबके मजबूत इरादों और कंधों पर टिका हुआ है और मुझे आप सबकी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है।’’
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