प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को असम के गुवाहाटी में आयोजित 'एडवांटेज असम 2.0' निवेश एवं अवसंरचना शिखर सम्मेलन 2025 का उद्घाटन किया। उन्होंने पूर्वोत्तर भारत के विकास को लेकर अपनी सकारात्मक दृष्टि व्यक्त की और कहा कि 'एडवांटेज असम' राज्य की अविश्वसनीय क्षमता और प्रगति को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने की एक महत्वपूर्ण पहल है।
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प्रधानमंत्री ने कहा, "पूर्वी भारत और पूर्वोत्तर भारत आज भविष्य की नई यात्रा पर निकल रहे हैं। यह क्षेत्र देश की समृद्धि में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और अब समय आ गया है कि यह अपनी वास्तविक क्षमता को पूरी दुनिया के सामने प्रस्तुत करे।"
उन्होंने आशा व्यक्त की कि जब भारत विकास की दिशा में आगे बढ़ेगा, तो पूर्वी भारत और पूर्वोत्तर क्षेत्र अपनी पूरी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने 2013 में किए गए अपने वादे को याद करते हुए कहा कि वह समय दूर नहीं है जब 'ए फॉर असम' का आदर्श पूरे देश में लागू होगा।
उन्होंने असम की अर्थव्यवस्था के उल्लेखनीय विकास की ओर इशारा करते हुए कहा कि 2018 में असम की अर्थव्यवस्था का मूल्य 2.75 लाख करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर लगभग छह लाख करोड़ रुपये हो गया है।
उन्होंने कहा कि असम की अर्थव्यवस्था पिछले छह वर्षों में दोगुनी हो गई है, जो केंद्र और राज्य सरकारों के समन्वित प्रयासों का परिणाम है।
प्रधानमंत्री ने असम सरकार द्वारा किए गए महत्वपूर्ण निवेशों और सुधारों की सराहना की। उन्होंने कनेक्टिविटी, शिक्षा और कौशल विकास में असम सरकार द्वारा किए गए बड़े प्रयासों को भी उजागर किया।
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले ब्रह्मपुत्र नदी पर केवल तीन पुल थे, लेकिन पिछले 10 वर्षों में चार नए पुलों का निर्माण किया गया है, जिनमें से एक पुल का नाम भारत रत्न भूपेन हजारिका के नाम पर रखा गया है।
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि असम के रेल बजट को उनकी सरकार ने चार गुना बढ़ाकर 10 हजार करोड़ रुपये कर दिया है। उन्होंने कहा कि असम में 60 से अधिक रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है और पूर्वोत्तर क्षेत्र में पहली सेमी हाई-स्पीड ट्रेन गुवाहाटी और न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चल रही है।
हवाई संपर्क के विस्तार पर भी प्रधानमंत्री ने ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि 2014 तक असम में केवल सात हवाई मार्ग थे, जबकि अब लगभग 30 हवाई मार्गों पर उड़ानें संचालित हो रही हैं। इससे असम की स्थानीय अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिला है और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने असम में कानून व्यवस्था के सुधारों का भी उल्लेख किया और कहा कि राज्य में शांति समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं और लंबित सीमा मुद्दों का समाधान किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में उद्योग और नवाचार संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई सकारात्मक नीतियां लागू की गई हैं।
उन्होंने कहा कि भारत और असम दोनों ही 'डबल इंजन' की गति से विकास कर रहे हैं और भारत में किए जा रहे संस्थागत सुधार, उद्योग, बुनियादी ढांचे और नवाचार का संयोजन देश की प्रगति का आधार बन रहा है।
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