नेताओं में सही चरित्र की कमी : उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने शनिवार को कहा कि भारत में लोगों का मानना है कि राजनेताओं में सही चरित्र का अभाव है।
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू |
शनिवार शाम यहां आयोजित गोवा विधायक दिवस समारोह में बोलते हुए, नायडू ने देश की कई विधानसभाओं में सांसदों के आचरण में देखी जा रही गिरावट पर चिंता भी व्यक्त की।
उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से लोगों की धारणा यह है कि राजनेताओं में सही चरित्र की कमी है। मुझे माफ करना, मैं खुलकर कह रहा हूं। किसी को तो खुलकर कहना ही होगा। यही तो हो रहा है। कुछ लोगों के आचरण के कारण राजनेताओं की छवि खराब हो रही है।
नायडू ने कहा कि विधायकों का ऐसा आचरण संसदीय संस्थानों में विश्वास को खत्म करता है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश की विभिन्न विधानसभाओं में हाल की घटनाएं चिंता का कारण हैं।
नायडू ने कहा, आपने अभी देखा कि कर्नाटक में हाल ही में क्या हुआ था। इससे पहले भी संसद और कुछ विधानसभाओं में ऐसा देखने को मिला है। मैं सभी संबंधित विधायकों और राजनीतिक दलों से अनुरोध करूंगा कि कृपया अपने विधायकों के कार्य को प्रभावी ढंग से दर्शाएं और सुनिश्चित करें।
उन्होंने मीडिया से आग्रह किया कि वे चीजों को सनसनीखेज बनाने में लिप्त होने से बचें। नायडू ने कहा कि हाल के दिनों में मीडिया में ऐसी प्रवृत्ति बन गई है, जिससे बचना चाहिए।
उन्होंने मीडिया को नसीहत देते हुए कहा कि हमें अवरोधक व्यवहार के बजाय रचनात्मक व्यवहार करना चाहिए।
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