जम्मू-कश्मीर में कोरोना का खौफ
दुनियाभर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस को लेकर लेकर लोगों में खौफ का माहौल है।
जम्मू-कश्मीर में कोरोना का खौफ |
इससे यहां हैंडवाश उत्पाद से लेकर मास्क तक की मांग तेजी से बढ़ गई है। इसे बेचने वाले दुकानदार चांदी कूट रहे हैं। प्रशासन की ओर से पर्याप्त उपाय नहीं किए जाने से लोगों की चिंताएं बढ़ रही हैं।
स्वयंसेवी संगठन से जुड़े सोमनाथ डबगोत्रा ने आरोप लगाया कि यहां बाजार में कागज से लेकर कपड़े तक के मास्क के दाम तीन गुना तक बढ़ गए हैं। इनकी कृत्रिम कमी पैदा कर दी गई है। चीन से निकले इस घातक वायरस को लेकर यहां सबसे पहले घाटी तथा लद्दाख से आवाज उठी थी। इन दोनों रीजन से लोग उच्च शिक्षा तथा जियारत के लिए ईरान गए थे। कुछ लोग तो वापिस आ गए परंतु काफी बड़ी संख्या लोग में अभी ईरान में ही फंसे हैं।
हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार व प्रदेश प्रशासन को फंसे हुए लोगों को फौरन ईरान से निकालने के निर्देष दिए हैं।
इस बीच जम्मू के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जीएमसी में गत दिवस इस वायरस के चार संदिग्ध केस पहुंचे जिन्हें यहां आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। इनमें से दो को उनके परिजन आदि गत रात्रि हंगामा करके अपने साथ ले गए। आरोप लगाया गया कि इस सबसे बड़े अस्पताल में कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारी की जांच व उपचार के पर्याप्त बंदोबस्त नहीं है। जम्मू-कश्मीर उत्तर भारत का एक ऐसा अहम प्रदेश है जहां रोजाना बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं।
जम्मू कश्मीर के सड़क मार्ग से मुख्यद्वार लखनपुर तथा जम्मू एयरपोर्ट पर पुलिस की मदद से डाक्टरों की टीमें तैनात कर दी गई हैं परंतु यहां के रेलवे स्टेशनों पर कोई उपाय नहीं किए गए हैं। यही स्थिति श्रीनगर एयरपोर्ट के साथ-साथ यहां के जनरल बस अडडों की है। इन हालातों के चलते प्रदेश की दोनों राजधानियों जम्मू व श्रीनगर के आम लोग खौफजदां हैं।
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