केंद्र के कानूनों का विरोध खतरनाक परंपरा: भाजपा
भारतीय जनता पार्टी ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में कहा कि केंद्र के कानूनों का विरोध एक खतरनाक परंपरा है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
![]() भाजपा के जी वी एल नरसिम्हा राव |
भाजपा के जी वी एल नरसिम्हा राव ने सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि संविधान में ‘नागरिकता’ विषय संघीय सूची में हैं और इस पर कानून बनाने का संपूर्ण अधिकार केंद्र का है। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए)पर राज्यों का विरोध एक खतरनाक परंपरा है।
संविधान में राज्यों के विरोध की एक निश्चित प्रक्रिया है। इसके लिए न्यायालय में जाना चाहिए। कुछ राज्य गये हैं। न्यायालय के निर्णय का इंतजार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कुछ राज्य सीएए के विरोध में प्रस्ताव पारित कर रहे हैं। यह गलत परंपरा है जिसके गंभीर परिणाम होंगे। सभी को संविधान का पालन करना चाहिए। सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि भाजपा का विरोध भारत का विरोध नहीं होना चाहिए।
श्री राव ने देश बांटने संबंधी तथा अन्य बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि विपक्ष को ऐसे बयानों की आलोचना करनी चाहिए और विरोध करना चाहिए, लेकिन दुर्भाज्ञ से ऐसा नहीं हुआ। देश का नुकसान पहुंचाने वाले, क्षति करने वाले और पतन चाहने वाले लोगों को समर्थन नहीं मिलना चाहिए।
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