चीन ने भी छोड़ा साथ पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में
आतंकवाद को शह देना पड़ोसी देश पाकिस्तान को बहुत भारी पड़ गया है. पेरिस में फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की मीटिंग में पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट‘ में शामिल करने का फैसला हुआ है.
पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट‘ में शामिल करने का फैसला. |
ग्रे लिस्ट में शामिल देशों पर टेरर फंडिग के लिए कड़ी निगरानी रखी जाती है.
पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव का भारत, ब्रिटेन और फ्रांस जैसे देशों ने समर्थन किया. खास बात यह है कि पाकिस्तान के दोस्त चीन ने भी ऐन वक्त पर उसका साथ छोड़ते हुए प्रस्ताव पर अपनी आपत्तियां वापस ले लीं. फैसले की आधिकारिक घोषणा होना अभी बाकी है.
एफएटीएफ का यह कदम पाकिस्तान के लिए बहुत बड़ा झटका है.
इसका सीधा असर उसकी अर्थव्यवस्था पर होगा जिसकी हालत पहले से काफी खस्ता है.
पाकिस्तान के साथ व्यापार करने की इच्छुक अंतरराष्ट्रीय कंपनियां, बैंक और ऋण देने वाली अन्य संस्थाएं वहां निवेश करने से पहले कई बार सोचेंगी.
| Tweet |