स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समिति गठित करने का फैसला
गुरुग्राम के रेयान स्कूल में बच्चे की हत्या के बाद केंद्र सरकार ने देश भर के विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर दिशा निर्देश तैयार करने के लिए छह संबंधित मंत्रालयों के सचिवों की एक समिति गठित करने का फैसला किया है.
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर एवं महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) मंत्री मेनका गांधी (फाइल फोटो) |
यह समिति न केवल सुरक्षा के तरीकों पर मंथन करेगी, बल्कि इसे समयबद्ध तरीके से लागू करने का सुझाव भी बताएगी.
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मिलकर महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) मंत्री मेनका गांधी ने बच्चों की सुरक्षा से संबंधित उपायों के बारे में भी जानकारी दी. इसे लागू किए जाने का जिम्मा मानव संसाधन विकास मंत्रालय का है.
बच्चों की मानसिक और शारीरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सोमवार को बुलाई गई बैठक में महिला एवं बाल विकास और मानव संसाधन विकास मंत्री के अलावा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग तथा संबंधित मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया. सचिवों की समिति निर्देशों को लागू करने की प्रक्रिया पर नजर रखेगी.
सुरक्षा संबंधी उपाय
► जावड़ेकर-मेनका ने अधिकारियों के साथ किया मंथन.
► सुरक्षा दिशा निर्देश तैयार करने के लिए छह मंत्रालयों के सचिवों की टीम गठित होगी.
► स्कूलों में पोक्सो ई बॉक्स, हेल्पलाइन फोन नंबर 1098 की जानकारी किताबों के माध्यम से उपलब्ध होगी.
► स्कूलों में सहायक कर्मचारी, ड्राइवर और कंडक्टर के रूप में महिलाओं की भर्ती किए जाने का सुझाव.
► ‘कोमल’ फिल्म विद्यालय में महीने में एक बार दिखाए जाने की योजना है जो ‘गुड टच और बैड टच’ पर जानकारी देती है.
► सरकार निर्भया फंड को भी बच्चों की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल कर सकती है.
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