सरदार सरोवर बांध पीएम ने किया देश को समर्पित, बोले मुझे छोटा काम जमता ही नहीं

Last Updated 18 Sep 2017 06:29:57 AM IST

मुझे छोटा-मोटा काम जमता नहीं है. छोटा सोचता भी नहीं हूं. सोचूं भी क्यों, सवा सौ करोड़ देशवासियों का आशीर्वाद जो मिला है.


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नर्मदा जिले के केवड़िया में सरदार सरोवर बांध का उद्घाटन किया.

ऐसे में छोटा सपना देखना भी नहीं चाहिए. उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 67वें जन्मदिन पर कही हैं. अपने जन्मदिन के मौके पर उन्होंने आज सरदार सरोवर नर्मदा बांध राष्ट्र को समर्पित किया है. हालांकि प्रधानमंत्री ने कहा है कि वह जन्मदिन मनाने में यकीन नहीं करते. फिर भी लोगों की शुभकामनाएं और अशीर्वाद को स्वीकार करते हुए आभार व्यक्त करते हैं.

कांग्रेस ने बाधा पहुंचायी : नर्मदा नदी पर साधु-संतों के साथ पूजा-अर्चना कर बडोदरा जिले के डाभोई गांव पहुंचकर उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए परोक्ष तौर पर कांग्रेस पर हमला भी बोला. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को देश से बड़ा दल लगता है. उन लोगों ने सरदार सरोवर बांध बनने में बाधा पहुंचाई है. पर्यावरण के नाम पर रुकावटें पैदा की गई. हम लोगों को दल से बड़ा देश लगता है. हम लोगों ने मां नर्मदा नदी के पानी से मां भारती की प्यास बुझाने का संकल्प लिया.

पटेल का सपना पूरा किया : आज हम लोगों ने सरदार पटेल के सपने को पूरा किया. राजस्थान, महाराष्ट्र, मप्र और गुजरात के लोगों को अब पानी के लिए तरसना नहीं पड़ेगा. पश्चिमी भारत पानी के लिए तरसता है और पूर्वी भारत को बिजली व गैस चाहिए. सरदार सरोवर बांध बनने से तमाम समस्याएं खत्म होंगी. उन्होंने सरदार पटेल और डॉ. भीमराव अंबेडकर को बड़ी शिद्दत के साथ याद करते हुए कहा कि ये दोनों महान विभूतियां समय से पहले चली गई. ये लोग कुछ दिन और रह गए होते तो देश की तमाम समस्याएं सुलझ गई होतीं. पटेल ने जब बांध बनाने का सपना देखा था तो मैं पैदा भी नहीं हुआ था. खैर सपना पूरे होते देख पटेल की आत्मा खुश हो रही होगी.



बांध से प्यास बुझेगी : उन्होंने कहा कि पानी का अभाव विकास में बाधक है. मैंने देखा है कि गुजरात की लड़कियां पढ़ाई-लिखाई छोड़कर सिर पर बर्तन रखकर तीन-तीन किलोमीटर पैदल चलकर पानी लेने जाती थीं. प्यास से जीव-जन्तु और पशुओं को तड़पते देखा है. मेरे जन्मदिन पर गुजरात ने देश को बहुत बड़ा तोहफा दिया है. नर्मदा का पानी, पानी नहीं ‘पारस’ है. लाखों-करोड़ों लोगों की प्यास बुझेगी. माताओं का आशीर्वाद मिलेगा. यह केवल सरकार की योजना नहीं, बल्कि कोटि-कोटि लोगों का कार्यक्रम रहा. विकर्मा जयंती के दिन सरदार सरोवर बांध देश को समर्पित करते हुए मोदी ने निर्माण कार्य में जुटे मजदूरों को भी बधाई देते हुए कहा कि मैं कोटि-कोटि लोगों के सपनों के लिए जीता हूं. लोगों के सपनों को पूरा करना है. न्यू इंडिया का निर्माण करना है.

मोदी ने कहा कि मैं सरदार पटेल की निर्माणाधीन मूर्ति का निरीक्षण करके आया हूं. काम प्रगति पर है. सरदार पटेल की प्रतिमा अमेरिका की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुनी ऊंची है. निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद नर्मदा जिले का कांवडिया क्षेत्र पर्यटकों के लिए आकषर्ण का केंद्र बनेगा. लाखों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. हम  पर्यटकों को केवल आगरा कब तक दिखाते रहेंगे. हमारे पास दिखाने के लिए बहुत कुछ होगा.
 

रविशंकर तिवारी/सहारा न्यूज ब्यूरो


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