सीबीएसई का रेयान को नोटिस, क्यों न रद्द कर दी जाए मान्यता
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने रेयान इंटरनेशनल स्कूल को नोटिस भेजकर पूछा है, कि क्यों न उसकी संबद्धता वापस ले ली जाए.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड |
नोटिस में स्कूल प्रशासन से 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है.
नोटिस में आगे कहा गया है कि बच्चे की मौत को टाला जा सकता था, अगर स्कूल अधिकारियों ने कर्तव्यों को जिम्मेदारी, सजगता और ईमानदारी से निभाया होता. इससे पहले बोर्ड की ओर से एक जांच समिति गठित की गई थी जिससे यह पता लगाया जा सके कि इस घटना में प्रशासन की क्या सक्रियता/निष्क्रियता थी?
सीबीएसई की दो सदस्यीय समिति ने तथ्यों का अन्वेषण करने के बाद कहा है कि घटनाक्रमों से ऐसा लगता है कि रेयान घोर लापरवाही का दोषी है.
समिति ने स्कूल में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होने का भी संज्ञान लिया ओैर कहा कि लगे हुए ज्यादातर कैमरे काम नहीं कर रहे थे. स्कूलों में ड्राइवरों, कंडक्टरों और सफाईकर्मियों के लिए कोई अलग शौचालय नहीं था और वे छात्रों एवं कर्मचारियों के लिए बने शौचालय का इस्तेमाल कर रहे थे.
18x2 सेमी गहरा घाव था प्रद्युम्न के गले पर
गुरुग्राम. रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के प्रद्युम्न की हत्या की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह आघात और अधिक खून का बहना बताया गया है.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि तेज धार हथियार से दो बार वार किया गया. इससे गले पर एक 18 सेमी लंबा और दो सेमी गहरा घाव हो गया. गले की श्वास और भोजन नली कट गयी थी.
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