वाईब्रेंट गुजरात-2019 के पहले बदल जाएगी गांधीनगर स्टेशन की सूरत

Last Updated 16 Sep 2017 03:30:12 PM IST

देश-विदेश के उद्यमी जब 2019 में वाईब्रेंट गुजरात के लिए गांधीनगर में जुटेंगे तब तक गांधीनगर रेलवे स्टेशन की सूरत बदल चुकी होगी.


बदल जाएगी गांधीनगर स्टेशन की सूरत (फाइल फोटो)

यहां तीन सौ कमरों का फाइव स्टार होटल तैयार हो जाएगा. स्टेशन आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हो जाएगा. महात्मा गांधी सेंटर के कन्वेंशन सेंटर और एक्जीविशन सेंटर की और खूबसूरती बढ़ाने के लिए ढेरों काम हो जाएंगे. यह सब काम गुजरात सरकार और रेल मंत्रालय संयुक्त रूप से मिलकर करेंगे. इसके लिए दोनों के बीच हिस्सेदारी के लेकर करार हुआ है और काम शुरू हो चुका है.

तीन सौ कमरों का होटल हो जाएगा तैयार, 500 करोड़ की है परियोजना

दरअसल रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यक्रम के तहत 403 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाना है. इनमें शुरुआती तौर पर करीब दो दर्जन से अधिक स्टेशनों को चयनित किया गया है. इसके लिए रेलवे की ओर से गठित इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन (आईआरसीडीसी) को हबीबगंज, गांधीनगर, आनंद विहार, बिजवासन, चंडीगढ़, अमृतसर, सूरत और शिवाजीनगर स्टेशन के पुनर्विकास की जिम्मेदारी मिली है. इसमें हबीबगंज और गांधीनगर स्टेशन के पुनर्विकास का काम चल निकला है.

महात्मा गांधी कन्वेंशन सेंटर व एग्जीविशन सेंटर की भी बढ़ेगी खूबसूरती

हबीबगंज स्टेशन को पीपीपी के तहत पुनर्विकास किया जा रहा है जबकि गांधीनगर स्टेशनों को गुजरात सरकार और आईआरसीडीसी के संयुक्त हिस्सेदारी के साथ एक नई कम्पनी गांधीनगर स्टेशन और अर्बन डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (जीएयूआरडी) का गठन किया गया है. जीएआरयूडी में 74 प्रतिशत की हिस्सेदारी गुजरात सरकार की है जबकि 26 प्रतिशत की हिस्सेदारी आईआरसीडीसी की है. यह पूरी परियोजना पांच सौ करोड़ रुपये की है. लिहाजा स्टेशन पुनर्विकास परियोजना को तेजी से पूरा करने में लगे हुए हैं. आईआरसीडीसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि गांधीनगर स्टेशन के पुनर्विकास के लिए एक लाख वर्गमीटर में निर्माण किया जाएगा.

स्टेशन री-डेवलपमेंट के लिए गुजरात सरकार व रेल मंत्रालय की हिस्सेदारी

स्टेशन पुनर्विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर सुविधाओं के स्टेशन पर मुहैया कराने के साथ एक पांच सितारा होटल भी तैयार किया रहा है. इसके लिए सितम्बर में निर्माणाधीन होटल के संचालन के लिए आपरेटर को फाइनल कर लिया जाएगा और यह वाईब्रेंट गुजरात-2019 के आयोजन से बनकर तैयार हो जाएगा. अभी तक होटल के संचालन के लिए आईटीसी और होटल लीला ने इच्छा जतायी है. हालांकि जीएआरयूडी ही महात्मा मंदिर के कन्वेंशन सेंटर, एक्जीविशन सेंटर आदि को बेहतर बनाने के लिए कार्य करेगा. एक लाख वर्गमीटर के निर्माण कार्य के बाद गांधीनगर का महात्मा मंदिर हैदराबाद और बंगलुरू से बड़ा कन्वेंशन सेंटर हो जाएगा.

विनोद श्रीवास्तव
सहारा न्यूज ब्युरो


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