Prostate Cancer : पुरुषों में तेजी से बढ़ रहा है प्रोस्ट्रेट कैंसर का खतरा, जानें लक्षण और इससे बचने के उपाय
Prostate Cancer : पुरुषों में तेजी से बढ़ रहा है प्रोस्ट्रेट कैंसर का खतरा, जानें लक्षण और इससे बचने के उपाय
Prostate Cancer |
Prostate Cancer : कैंसर एक जानलेवा बीमारी है जो कई प्रकार की होती है। जहां महिलाओं में सबसे अधिक ब्रेस्ट कैंसर के मामले देखने को मिलते हैं, तो वहीं वर्तमान में हर 9 में से 1 पुरुष प्रोस्ट्रेट कैंसर का शिकार हो रहा है। प्रोस्ट्रेट कैंसर की समस्या अधिकतर 65 वर्ष या उससे अधिक की आयु के पुरुषों में देखी जाती है। हालांकि उचित समय पर इलाज कराने से प्रोस्ट्रेट कैंसर की समस्या को दूर भी किया जा सकता है। ऐसे में आज हम आपको प्रोस्ट्रेट कैंसर के लक्षण और उपायों के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं।
क्या है प्रोस्ट्रेट कैंसर और यह कैसे होता है? Prostate Cancer
पुरुषों के शरीर में पेट के निचले हिस्से की तरफ पीयूष ग्रंथि पाई जाती है जो अखरोट के आकार की होती है। यह उनके शुक्राणओं को भोजन और ताकत प्रदान करती है। इसी पीयूष ग्रंथि में प्रोस्ट्रेट कैंसर जन्म लेता है। यानी कि जब पीयूष ग्रंथि में कोशिकाएं असामान्य तरीकों से विकसित होती हैं, तब प्रोस्ट्रेट कैंसर की समस्या उत्पन्न होती है। पुरुषों के शरीर में इसकी उत्पत्ति गलत खानपान या मोटापे के कारण होती है। डॉक्टर्स के मुताबिक, प्रोस्ट्रेट कैंसर प्रोस्टेट ग्रंथि की कोशिकाओं के डीएनए में बदलाव के कारण भी होता है। यह कैंसर दो प्रकार का होता है। जिनमें से एग्रेसिव प्रोस्ट्रेट कैंसर का पुरुषों के शरीर के अन्य भागों में फैलाव तेजी से होता है, जबकि नॉन एग्रेसिव प्रोस्ट्रेट कैंसर की गति धीमी होती है। ऐसे में यदि सही समय पर इसका इलाज नहीं कराया गया, तो यह कैंसर जानलेवा साबित हो सकता है।
प्रोस्ट्रेट कैंसर के लक्षण
- शुरुआती लक्षणों के तौर पर इसमें व्यक्ति को बार - बार पेशाब आने की समस्या बनी रहती है।
- अधिकतर लोगों को पेशाब के साथ ही खून भी आने लग जाता है।
- अगर एक लंबे समय से आपकी पीठ में दर्द बना हुआ है, तो यह प्रोस्ट्रेट कैंसर का एक लक्षण हो सकता है। साथ ही शरीर के निचले हिस्से में भी दर्द की शिकायत हो सकती है
- कभी-कभी पुरुषों को पेशाब रूक रुककर या खुलकर नहीं आती है, यह भी प्रोस्ट्रेट कैंसर का सामान्य लक्षण है।
- अगर आपके पैरों में सुन्नपन की समस्या बनी हुई है, तो यह भी प्रोस्ट्रेट कैंसर का लक्षण हो सकता है।
प्रोस्ट्रेट कैंसर से बचाव
- आप 40 की उम्र के बाद अपने वजन को नियंत्रित करके खुद को प्रोस्ट्रेट कैंसर के खतरे से बचा सकते हैं।
- प्रतिदिन व्यायाम, पौष्टिक आहार और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर भी आप स्वयं को प्रोस्ट्रेट कैंसर से बचा सकते हैं।
- साबुत अनाज, टमाटर, मशरूम, लहसुन इत्यादि को अपने आहार में शामिल करने से आप प्रोस्ट्रेट कैंसर के खतरे से बच सकते हैं।
- आपको 40 की उम्र के बाद अधिक तैलीय, वसायुक्त और शर्करा युक्त पदार्थों के सेवन से परहेज करना चाहिए। हो सके तो हरी सब्जियां और विटीमिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- हमेशा रात को खाना खाने के बाद थोड़ी देर अवश्य टहलें और सोने से करीब दो घंटे पहले भोजन कर लें।
- अपने आहार पर नियंत्रण रखने से आप इस बीमारी से बच सकते हैं। जो लोग अधिक मात्रा में मांस, अंडे और डेयरी उत्पादों का सेवन करते हैं, उनके ब्लड में इंसुलिन जैसे ग्रोथ फैक्टर-1 का स्तर अधिक होता है। ये प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को बढ़ा देता है इसलिए इन सब चीज़ों को खाने से बचें।
- अगर आप प्रोस्टेट कैंसर से बचना चाहते हैं तो धूम्रपान से बचें। धूम्रपान करने से इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
प्रोस्ट्रेट कैंसर का इलाज
डॉक्टर प्रोस्ट्रेट कैंसर का इलाज कैंसर स्टेजस को देखकर करते हैं। जिसके लिए सबसे पहले डिजिटल रेक्टल इग्जाम, प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन टेस्ट, एमआरआई आदि टेस्ट कराए जाते हैं। उसके बाद यदि किसी व्यक्ति की समस्या अधिक बढ़ जाती है, तो डॉक्टर सर्जरी द्वारा उसके प्रोस्टेट को निकाल देते हैं। साथ ही प्रोस्ट्रेट कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को रेडिएशन और हार्मोन थेरपी भी दी जाती है। अगर आपको भी प्रोस्ट्रेट कैंसर की समस्या है तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें उसके बाद कोई दवा लें, बिना डॉक्टर की परमिशन के कोई भी दवा न खाएं और न ही घरेलू नुस्खा अपनाएं।
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