US-China Tariffs War: चीन का बड़ा ऐलान, अमेरिकी सामानों पर लगेगा 125 फीसदी टैरिफ; सामने आई शी जिनपिंग की पहली प्रतिक्रिया
चीन ने अमेरिका से आयातित वस्तुओं पर अतिरिक्त शुल्क को बढ़ाकर शुक्रवार को 125 प्रतिशत कर दिया।
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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शुक्रवार को कहा कि टैरिफ युद्ध में कोई विजेता नहीं होता। उन्होंने कहा कि चीन कभी किसी पर निर्भर नहीं रहा और किसी से डरा नहीं। जिनपिंग ने शुक्रवार को स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज के साथ बैठक के दौरान यह बात कही।
चीन ने 12 अप्रैल से अमेरिकी वस्तुओं पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने का फैसला किया, जिससे कुल प्रभावी दर 125 प्रतिशत हो जाएगी।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, चीन ने आयातित अमेरिकी उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया है, जो पहले 84 प्रतिशत था।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी शुल्क बढ़ोतरी के बाद चीन ने विश्व व्यापार संगठन में मुकदमा भी दायर किया है।
इससे एक दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी वस्तुओं पर 145 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की थी।
समाचार एजेंसी के अनुसार, चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले 70 वर्षों से अधिक समय में देश ने आत्मनिर्भरता और कठिन संघर्ष के जरिए विकास हासिल किया। उन्होंने कहा कि चीन कभी दूसरों की दया पर निर्भर नहीं रहा और किसी भी अनुचित दमन से नहीं डरा।
राष्ट्रपति जिनपिंग ने कहा कि चाहे बाहरी दुनिया में कोई भी बदलाव क्यों न हो, चीन उम्मीदों से भरा रहेगा और अपने मामलों को अच्छी तरह चलाने पर ध्यान केंद्रित रखेगा।
चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि चीन और यूरोपीय संघ (ईयू) दोनों ही विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं हैं। दोनों आर्थिक वैश्वीकरण और मुक्त व्यापार की दृढ़ समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने आर्थिक सहजीवन का घनिष्ठ संबंध स्थापित किया है, उनका सम्मिलित आर्थिक उत्पादन विश्व के कुल उत्पादन का एक तिहाई से अधिक है।
राष्ट्रपति जिनपिंग ने कहा कि आर्थिक वैश्वीकरण, अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक वातावरण की रक्षा और एक तरफा धमकी के खिलाफ चीन और यूरोपीय संघ को मिलकर काम करना होगा।
वहीं स्पेन के प्रधानमंत्री सांचेज ने कहा कि चीन यूरोपीय संघ का एक महत्वपूर्ण साझेदार है। स्पेन हमेशा यूरोपीय संघ-बीजिंग संबंधों के विकास का समर्थक रहा है।
सांचेज ने कहा कि यूरोपीय संघ खुले और मुक्त व्यापार के लिए प्रतिबद्ध है और एकतरफा टैरिफ वृद्धि का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि व्यापार युद्ध में कोई विजेता नहीं होता।
स्पेनिश पीएम ने कहा, "स्पेन और यूरोपीय संघ अंतरराष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था को बनाए रखने, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के आम हितों की रक्षा करने के लिए चीन के साथ संचार और समन्वय को मजबूत करने के लिए तैयार हैं।"
चीन ने पहले 84 प्रतिशत शुल्क लगाकर जवाबी कार्रवाई की थी और कुछ अमेरिकी कंपनियों के आयात पर प्रतिबंध लगाए दिया था। साथ ही इस मुद्दे को सुलझाने के लिए अमेरिका के साथ बातचीत करने में रुचि भी व्यक्त की थी।
चीन एकमात्र ऐसा देश है जिसने अमेरिका के शुल्क के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की है।
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