भारत में चीनी राजदूत और भारतीय युवाओं के बीच वीडियो संवाद
हाल ही में भारत में स्थित चीनी राजदूत सुन वेइतोंग ने भारतीय युवा संघ और कुछ कॉलेज के शिक्षकों व छात्रों के साथ वीडियो संवाद किया।
![]() भारत में स्थित चीनी राजदूत सुन वेइतोंग |
उन्होंने 'चीन के विकास जानें और सहयोग में विश्वास दृढ़ करें' शीर्षक पर भाषण दिया। इसके साथ ही उन्होंने ऑनलाइन उपस्थित भारतीय युवाओं के साथ आपसी संवाद किया। राजदूत सुन ने 'शांति, विकास और सहयोग' के तीन प्रमुख शब्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था और वैश्विक शासन के बारे में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के ²ष्टिकोण पर विस्तार से व्याख्या की।
उन्होंने कहा, "शांति नींव है। देश और मानव जाति के भविष्य के लाभ के लिए हमें शांति को संजोना चाहिए और शांतिपूर्ण विकास के मार्ग पर दृढ़ता से आगे बढ़ना चाहिए। विकास लक्ष्य है। यह मानव समाज का शाश्वत विषय है और सभी समस्याओं को हल करने की मुख्य चाबी है। चीन का विकास न केवल विभिन्न देशों के लिए सहयोग के अधिक अवसर प्रदान करता है, बल्कि मानवीय समस्याओं के समाधान के लिए चीन की बुद्धि और चीन के प्रस्ताव प्रदान करने में भी योगदान देता है। सहयोग रास्ता है, जो विकास के दूसरी ओर तक पहुंचने का सेतु है।"
राजदूत सुन वेइतोंग ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने हमें एक बार फिर बताया कि वायरस के सामने कोई भी देश और राष्ट्र बाहर नहीं हो सकता, मानव जाति का भाग्य पहले से कहीं अधिक निकटता से जुड़ा हुआ है। चीन और भारत के बीच महामारी-रोधी सहयोग एक मिसाल है। भारत में महामारी की पहली लहर के बाद, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तार भेजकर भारत सरकार और भारतीय जनता के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि चीन भारत के साथ मिलकर महामारी के खिलाफ सहयोग को मजबूत करना चाहता है और भारत का समर्थन करने और सहायता देने को तैयार है।
वहीं, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ फोन पर बातचीत की और प्रस्ताव पेश किया कि चीन भारत की जरूरतों के अनुसार महामारी से लड़ने के लिए भारत के सहकारी उपायों का और समर्थन करने को तैयार है।
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