फ्रांस, जर्मनी, इटली और कई अन्य यूरोपीय देशों में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पर लगी रोक
फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, स्लोवेनिया, साइप्रस, पुर्तगाल जैसे अन्य यूरोपीय देशों ने भी खून का थक्का जमने की आशंका से एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।
कई अन्य यूरोपीय देशों में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पर लगी रोक |
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को अपने लिए इस फैसले को इन देशों ने एक एहतियाती कदम बताया। हालांकि इस पर यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी (ईएमए) द्वारा निर्णय लिया जाना बाकी है, जिसने पहले यूरोपीय संघ में वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दी थी।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "ईएमए को कल दोपहर अपनी राय देनी है। यूरोपीय नीति के तहत हमारा (फ्रांस द्वारा) लिया गया निर्णय सावधानी के रूप में एस्ट्राजेनेका के साथ टीकाकरण पर रोक लगाना है। अगर ईएमए का फैसला इसके पक्ष में आता है, तो यथाशीघ्र इसके इस्तेमाल को पुन: शुरू करने की उम्मीद की जा रही है।"
बर्लिन में स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पैन ने स्वास्थ्य मंत्रालय की एक एजेंसी पॉल एर्लिच इंस्टीट्यूट (पीईआई) द्वारा जारी एक सुझाव का हवाला दिया, जिसमें एस्ट्राजेनेका वैक्सीन लेने वाले लोगों के दिमाग में ब्लड क्लॉट्स जमने की नई रिपोर्ट का उल्लेख किया गया है।
इतालवी फार्मास्यूटिकल एजेंसी (एआईएफए) ने कहा कि पीडमोंट क्षेत्र में एक म्यूजिक प्रोफेसर को एस्ट्राजेनेका की खुराक देने के बाद हुई मौत के बाद इस वैक्सीन पर एहतियातन अस्थायी रूप से रोक लगाई गई है। बीएएलला शहर में इसे लेकर एक जांच शुरू की गई है।
साइप्रस के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह रोक गुरुवार तक ही है। स्लोवेनियन स्वास्थ्य मंत्री जनेज पोकलुकर ने पत्रकारों को बताया कि देश में वैक्सीन से जुड़े विशेषज्ञों को ऐसी कोई वजह नहीं मिली है, जिसके चलते वैक्सीन के उपयोग पर रोक लगाई जाए, लेकिन एहतियातन इस पर रोक लगाई जा रही है।
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