Chhath Mata Aarti Lyrics : छठी मैया की आरती के बिना अधूरी है छठ पूजा
जय छठी मईया ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए, मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥, ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
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Chhath Mata Ki Aarti : छठ पर्व की शुरुआत 17 नवंबर 2023 से हो रही है। ये महापर्व 20 नवंबर को ऊषा अर्घ्य और पारण के साथ समाप्त होगा। छठ का यह महापर्व नहाय-खाय से शुरु होता है और खरना के पश्चात व्रत शुरू किया जाता है। 36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए छठी मैया का व्रत रखा जाता है। इस दौरान व्रती चौबीस घंटो से अधिक समय तक निर्जला व्रत रखती हैं। छठ पूजा को सफल तभी माना जाता है जब छठ माता की ये आरती की जाती है। यहां पढ़ें छठी मैया की आरती।
छठ मईया की आरती - Chhath Mata Ki Aarti
जय छठी मईया ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥
अमरुदवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
शरीफवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥
ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
सभे फलवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥
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