...जब फैन ने चुरा लिया था देवानंद का स्वेटर और मफलर
बॉलीवुड के सदाबहार अभिनेता देवानंद का आज जन्मदिन है. जिंदादिली ही उनकी पहचान थी. लोग उनके इस कदर दीवाने थे कि वह जहां भी जाते थे लोग उनकी एक झलक पाने को बेताब रहते थे. एक बार वह छत्तीसगढ़ के बस्तर आए थे और वहां उनके साथ रोचक वाकया हुआ था.
![]() सदाबहार अभिनेता देवानंद (फाइल फोटो) |
तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री अरविन्द नेताम से देवानंद का अच्छा परिचय था. उस वक्त को याद करते हुए अरविंद नेताम बताते हैं कि देव साहब (देवानंद) बस्तर के आदिवासियों में लोकप्रिय और भगवान की तरह पूजे जाने वाले बस्तर महाराजा प्रवीर चन्द्र भंजदेव पर एक फिल्म बनाना चाहते थे.
उन्होंने बताया कि एक रोज यूं ही जब वह देव साहब के दफ्तर में बैठे थे तभी उन्होंने बस्तर महाराजा प्रवीर चन्द्र भंजदेव के बारे में जानकारी चाही. तब उन्होंने देवानंद को बस्तर आने का आमंत्रण दिया. नेताम बताते हैं कि देव साहब अक्टूबर 1973 में बस्तर आये थे. पहले वह नागपुर आये फिर सड़क मार्ग से जगदलपुर पहुंचे. वह तीन दिनों तक बस्तर में रहे. इस दौरान वे बैलाडिला, अबूझमाड भी गये थे. तब वहां नक्सलवाद का बोलबाला नहीं था.
नेताम ने देव साहब के साथ घटी दो घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि कोण्डागांव के पास देव साहब से मिलने को उत्सुक एक युवक लगातार मोटरसाइकल से काफी दूर से उनकी गाड़ी का पीछा कर रहा था. कई बार मना करने के बाद भी वह नहीं रुका. तब देव साहब ने उसके दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका को देखते हुए गाड़ी रुकवाई और उससे बड़ी बेतकल्लुफी से मिले.
इसी तरह केसाकाल पहुंचने पर भीड़ ने उन्हें घेर लिया और वे सबसे मिलते रहे. तभी उनका स्वेटर और मफलर जो वे हमेशा अपने साथ रखते थे किसी ने गायब कर दिया. उस वक्त लोगों का यही मानना था कि ये हरकत उनके किसी प्रशंसक ने ही अपने चहेते अभिनेता की चीजें अपने पास रखने के इरादे से की होगी.
बस्तर महाराजा पर फिल्म को लेकर हालांकि नेताम ने बताया कि वह फिल्म कुछ कारणों से अटक गई.
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