‘आरक्षण' में बदलाव करेंगे प्रकाश
फिल्मकार प्रकाश झा अपनी आगामी फिल्म ‘आरक्षण' की कहानी में 'यथोचित' बदलाव को तैयार हो गए हैं.
|
प्रकाश झा ने जाति आधारित आरक्षण प्रणाली पर आधारित इस फिल्म के भारी विरोध के बाद यह फैसला किया है.
महाराष्ट्र की रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) ने इस फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया है.
साथ ही उत्तर प्रदेश और पंजाब सरकार ने इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी है.
झा ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा, आरक्षण एक संवेदनशाली मुद्दा है लेकिन हमने इसकी संवेदनशीलता को ध्यान में रखकर फिल्म बनाई है.
फिल्म पर प्रतिबंध राजनीतिक कारणों से लगा है. मैं सुझावों के आधार पर फिल्म में यथोचित बदलाव करुंगा.
झा की इस घोषणा के बाद दलित नेता और आरपीआई के अध्यक्ष रामदास अठावले ने कहा, प्रकाश झा ने फिल्म में बदलाव का सुझाव स्वीकार कर लिया है.
साथ ही साथ झा फिल्म पर से प्रतिबंध हटाने को लेकर पंजाब और उत्तर प्रदेश की सरकारों से बातचीत कर रहे हैं.
फिल्म के निर्देशक प्रकाश झा ने कहा कि उन्हें राजनेताओं द्वारा एक आश्वासन मिला है कि महाराष्ट्र में यह फिल्म प्रदर्शित होने में कोई बाधा नहीं है.
उत्तर प्रदेश के बारे में पूछे जाने पर झा ने कहा कि वह इस मुद्दे को मित्रतापूर्ण ढंग से सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, यह (प्रतिबंध) राजनीतिक कारणों से है.
हम वहां लोगों से मामले पर विचार-विमर्श कर रहे हैं.
ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर हमेशा ही संदेह रहता है लेकिन हम बातचीत कर रहे हैं और मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं.
इससे ज्यादा मैं क्या कर सकता हूं.
निर्देशक ने कहा कि उनकी फिल्म केवल आरक्षण के बारे में नहीं है बल्कि शिक्षा के बाजारीकरण के बारे में भी दिखाया गया है.
झा ने कहा, फिल्म पर से प्रतिबंध अभी हटा नहीं है. हम इसे लेकर प्रयास कर रहे हैं.
हम अपनी ओर से भरपूर प्रयास कर रहे हैं.
आरपीआई अब हमारी फिल्म के समर्थन में है.
अब यह फिल्म बिना किसी परेशानी के महाराष्ट्र में प्रदर्शित होगी.
झा को इस फिल्म के लिए सेंसर बोर्ड की क्लीन चिट मिल चुकी है.
सेंसर बोर्ड की नौ सदस्सीय समिति ने इसे देखने के बाद बिना किसी बदलाव को यू/ए सर्टिफिकेट दिया है.
फिल्म 12 अगस्त को प्रदर्शित होनी है.
अमिताभ और सैफ के सुरक्षा बढ़ी
इस बीच मुंबई पुलिस ने फिल्म के प्रमुख कलाकारों अमिताभ बच्चन और सैफ अली खान की सुरक्षा बढ़ा दी है.
एक ईमानदार कालेज प्रधानाचार्य की भूमिका निभाने वाले अमिताभ ने कहा है कि वह बंदूकों के साये में चलने से असहज महसूस कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, मुंबई पुलिस से मुझे नोटिस मिला है जिसमें उसने चेतावनी दी है कि इस दिन से इस दिन के बीच घर के बाहर नहीं निकलूं क्योंकि एक राजनीतिक दल मेरे घर के बाहर विरोध-प्रदर्शन करेगा.
यह सुरक्षित नहीं हो सकता है.
मेरे साथ सुरक्षाकर्मी चल रहे हैं.
फिल्म में दलित शिक्षक की भूमिका निभाने वाले सैफ के घर के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
Tweet |