नशेबाजी का भंडाफोड़

Last Updated 12 Oct 2024 01:34:00 PM IST

दिल्ली पुलिस द्वारा पश्चिमी दिल्ली से दो हजार करोड़ मूल्य रुपये की दो सौ किलो कोकीन जब्त की गई है।


अभी हफ्ते भर पहले ही दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के महिपालपुर से पांच हजार करोड़ रुपये का 562 किलोग्राम मादक पदार्थ पकड़ा गया था, जिसमें चालीस किलो गांजा थाईलैंड का बताया जा रहा है। यह गांजा हाइड्रोपोनिक तरीके से उपजाया जाता है, जिसकी दुनिया भर में बड़ी मांग है।

हाइड्रोपोनिक खेती पद्धति में बिना मिट्टी के कुछ पोषक तत्वों के द्वारा ये पौधे उगाए जाते हैं। हाल के वर्षो में जब्त की गई कोकीन की यह सबसे बड़ी खेप बताई जा रही है।

स्पेशल सेल ने चार बड़े ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार कर अंतरराष्ट्रीय सिंडीकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसके मिडिल ईस्ट से कंट्रोल होने की बात सामने आ रही है। पुलिस इसमें नाकरे टेरर के एंगेल का भी संदेह व्यक्त कर रही है, जिसके कारण सुरक्षा एजंसियों समेत सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं।

एक ग्राम कोकीन तकरीबन दस हजार में मिलती है। पार्टियों, पबों और रईसों में यह बहुत प्रचलित है। हालांकि इसके ओवरडोज से हार्ट अटैक या स्ट्रोक के मामले सामने आते हैं।

दक्षिण अमेरिकी देशों, म्यांमार, कंबोडिया, ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान में गैर-कानूनी तौर पर इनकी पैदावार होती है। कोकीन विभिन्न राज्यों और सीमावर्ती इलाकों से सड़क मागरे द्वारा लाई जाती है, जबकि मारिजुआना की थाईलैंड से हवाई मार्ग से तस्करी की जाती है।

मादक पदाथरे की तस्करी में शामिल संगठित अपराध गिरोहों पर शिंकजा कसना बेहद मुश्किल और जटिल है। नशे के सौदागरों ने सारी दुनिया को अपने निशाने पर रखा है। इस सिंडीकेट के तार यूके से भी जुड़े हैं। ड्रग्स का भुगतान अमूमन क्रिप्टो करंसी के जरिए किया जा रहा है, जिसकी तफ्तीश करने में अतिरिक्त जटिलताएं आ सकती हैं।

हालांकि सुरक्षा एजेंसियों और विशेष सेल ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए ऐसे गिरोह की जड़ों तक काफी हद तक पहुंच रही है जो इन पर लगाम लगाने के साथ ही दुनिया के तमाम देशों की सरकारों के लिए पथ प्रदर्शक साबित हो सकता है। 



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment