जम्मू-कश्मीर और हरियाणा चुनाव के नतीजों की झलक
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में तथा हरियाणा में सभी सीटों में मतदान संपन्न होते ही एक्जिट पोल के परिणाम आने चालू हो गए। दोनों राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों की मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।
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अलग-अलग संस्थानों द्वारा कराए गए सर्वेक्षणों के अनुसार हरियाणा में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत से सरकार बना सकती है जबकि अधिकतर एक्जिट पोल ने जम्मू-कश्मीर में खंडित जनादेश का अनुमान व्यक्त किया है। जम्मू-कश्मीर की सभी 90 और हरियाणा की सभी 90 सीटों पर हुए मतदान के नतीजों का देश भर को बेसब्री से इंतजार है।
इंडिया टुडे-सी वोटर एक्जिट पोल के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में भाजपा को 27 से 32 सीटें मिल सकती हैं जबकि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को 40 से 48 सीटों पर जीत मिल सकती है। पीपडीपी को 6 से 12 सीटें मिलने का अनुमान है।
एक हिन्दी अखबार के सर्वे में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को 35 से 40 जबकि भाजपा को 20से 25 सीटें दी गई हैं। पीडीपी को सिर्फ 4 से 7 सीटें मिलते बताया गया है। इंडिया टुडे-सी वोटर के अनुसार हरियाणा में कांग्रेस को 50 से 58, भाजपा को 20 से 28 सीटें मिलती दिख रही हैं। एक अन्य सर्वे में कांग्रेस को 44 से 54 तो भाजपा को 19 से 29 सीटें मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
एक्जिट पोल कराने वाली एजेंसियों द्वारा पोलिंग बूथों के पास खड़े किए गये सदस्य वोट देकर निकलते वोटर से पूछते हैं, उन्होंने किसे वोट दिया। इसी जानकारी के अनुसार, चुनाव आयोग द्वारा बनाए गए नियमों के आधार पर किए गए विश्लेषण पर ये नतीजे निकाले जाते हैं। इन्हें प्रसारित करने से पूर्व चुनाव आयोग से अनुमति भी लेनी होती है।
हालांकि कई बार ये पोल बिल्कुल गलत भी सीबित होते हैं। मगर लोग इन्हें भरपूर उत्साह से देखते हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्बदुल्ला ने इन एक्जिट पोल के नतीजों को खारिज करते हुए इन्हें टाइमपास कहा। चूंकि आम आदमी पार्टी ने भी इस बार हरियाणा विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, इसलिए एक्जिट पोल के नतीजों को लेकर पार्टी काफी नाखुश है।
कहा जा रहा है कि भ्रष्टाचार, अपराध और बेरोजगारी के कारण हरियाणा में भाजपा को करारा झटका लगना तय है। उधर, जम्मू-कश्मीर की जनता केंद्र के रवैये को लेकर पहले ही असंतुष्ट है। इसलिए वहां विधानसभा में उसे विपक्ष में बैठना पड़ सकता है। कुल मिला कर यह केवल एक्जिट पोल है, सारा दारोमदार असल नतीजों पर ही टिका है।
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