समान मातृत्व अवकाश
अब सभी महिला सैन्य कर्मियों को समान रूप से मातृत्व, शिशु देखभाल व दत्तक ग्रहण अवकाश देने संबंधी प्रस्ताव मंजूर हो गया है।
समान मातृत्व अवकाश |
रक्षा मंत्रालय के अनुसार सशस्त्रबलों में महिला सैनिकों, नाविकों, वायु सैनिकों के लिए समकक्ष अधिकारियों के बराबर ये अवकाश देने संबंधी प्रस्ताव को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मंजूरी दी। महिला अधिकारियों को हर प्रसव के लिए 180 दिनों का अवकाश मिलता है। मंत्रालय ने बताया यह दो बच्चों के लिए लागू है। महिला अधिकारियों को संपूर्ण सेवाकाल में 360 दिन शिशु देखभाल का भी अवकाश मिलने की व्यवस्था है। बच्चा 18 वर्ष से कम आयु का होना चाहिए।
एक वर्ष से कम उम्र के बच्चे को गोद लेने पर 180 दिनों की दत्तक ग्रहण छुट्टी दी जाती है। नि:संदेह सेना में कार्यरत व काम करने को इच्छुक महिलाओं के लिए यह सुधारात्मक कदम साबित होगा। यह तीनों सेनाओं में नारी शक्ति के अंतर्गत केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप हुए बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। सेना की कई शाखाओं को महिलाओं के लिए खोले जाने के बाद से निचले रैंक में उनकी संख्या में इजाफा हो रहा है। वायुसेना में साढ़े सोलह सौ के करीब अधिकारी व सौ महिला मिलिट्रीकर्मी यानी अग्निवीर इस वक्त कार्यरत हैं। नौसेना में 580 अधिकारी व सवा सात सौ के करीब नाविक अग्निवीर हैं। बता रहे हैं एनडीए में 2025 में पहले महिला बैच की इंट्री हो जाएगी।
इसके अलावा मेडिकल, डेंटल व नर्सिग कोर में साढ़े छह हजार से अधिक अधिकारी व कार्मिक तैनात हैं। भारतीय समाज में युवतियों के लिए करियर के साथ पारिवारिक जिम्मेदारियों का दबाव कम नहीं है। विवाह व बच्चों के जन्म तथा पालन-पोषण के प्रति उनका समर्पण अतिरिक्त वक्त मांगता है। प्राकृतिक रूप से प्रसूताओं को इस दरम्यान भरपूर आराम की आवश्यकता होती है। स्त्री बड़ी जिम्मेदारी पर हो या निचले पायदान पर; जच्चा-बच्चा के बेहतर भविष्य के लिए इस अवकाश की आवश्यकता पर संदेह नहीं किया जा सकता।
यही बात दत्तक बच्चों की संभाल पर लागू होती है। सेना में महिलाकर्मियों की संख्या में इजाफा होता रहे, साथ ही वे अपनी पेशेवर जिम्मेदारियों को निभाते हुए पारिवारिक जीवन में बेहतरीन संतुलन बनाए रखने में सफलता प्राप्त करती रहें। इसके लिए सरकार की यह पहल समूचे समाज के लिए सार्थक सिद्ध होगी। सेना के मार्फत देशसेवा के लिए इच्छुक महिलाओं का इस व्यवस्था से खासा उत्साहवर्धन भी होगा।
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