Asian Champions Trophy 2024: पेरिस ओलंपिक का फाइनलिस्ट चीन कभी नहीं बन सका विजेता
Asian Champions Trophy 2024: सिर्फ तीन महीने पहले पेरिस ओलंपिक के फाइनल में पहुंचकर सबको चकित कर देने वाले चीन कभी भी महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब नहीं जीत पाया है।
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इस देश ने दो बार ओलंपिक का रजत पदक जीता है और इतनी ही बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का उपविजेता बनने का भी श्रेय हासिल किया है।
राजगीर की प्रतियोगिता चीन के लिए अपने प्रदर्शन को अब तक का सर्वश्रेष्ठ बनाने का बेहतरीन मौका है। इसकी खास वजह इस टीम का फॉर्म में होना है। ओलंपिक में फाइनल में पहुंचने के अलावा उसके पिछले दो वर्ष की उपलिब्धयों को हल्के में नहीं लिया जा सकता, क्योंकि दो साल पहले ही चीन ने एशियन गेम्स का खिताब भी जीता था।
इसलिए राजगीर की प्रतियोगिता उसके लिए काफी महत्वपूर्ण है। रांची में पिछले साल उसने कांस्य पदक ही जीता था। लेकिन अब उसे पेरिस के प्रदर्शन को देखते हुए आगे जाने की उम्मीद है। चीन को शूटआउट में हराकर ही नीदरलैंड ओलंपिक गोल्ड मेडल जीत पाया था।
चीन के लिए अच्छी बात है कि उसका पहला मुकाबला सबसे कमजोर थाईलैंड के खिलाफ है। शुरुआत अच्छी हो तो अंत भी बेहतर हो सकता है। वैसे इस बार चीन ने अपने कप्तान और कोच दोनों को बदल दिया है। यह भी मजेदार है कि चीन ने प्रतियोगिता के लिए एक साथ तीन कप्तानों की घोषणा की है।
चीन ने महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के सभी संस्करणों में भाग लिया है और सबसे ज्यादा 33 मैचों में भागीदारी की है। चीन के रास्ते में भारत, जापान और दक्षिण कोरिया सबसे बड़ी बाधा हैं। मजेदार तथ्य है कि उसे इस टूर्नामेंट में अभी भी विजेता बनना बाकी है लेकिन विश्व स्तर पर होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब 2002 में मकाऊ में जीत चुका है।
साथ ही दो रजत और एक कांस्य पदक भी उसके नाम हैं। चीन की टीम में शामिल किसी भी खिलाड़ी को 40 से ज्यादा मैचों का अनुभव नहीं है। इस बार चार खिलाड़ियों का डेब्यू होगा।
स्टार खिलाड़ी : जेंग झूलिंग
केवल 21 साल की जेंग झूलिंग राजगीर की प्रतियोगिता में चीन की स्टार खिलाड़ी के रूप में हिस्सा लेंगी। उसने पिछले साल रांची की प्रतियोगिता में भी भाग लिया था।
प्रो लीग के दौरान अपना डेब्यू करने वाली जेंग को आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खेलने का मौका मिला था। महज 11 मैचों का अनुभव रखने वाली इस खिलाड़ी को भविष्य की उम्मीद माना जा रहा है। जेंग से चीन की मध्य पंक्ति मजबूत बनेगी।
चीन की टीम
हायन हुआंग, वेनजुआन झू, जियाली झेंग, युनझिया फान (कप्तान), डियान झांग, झूलिंग जेंग, जिनझुआंग लियू, झियाओयान मा, जियाली चेन (कप्तान), यनान झू, तांगजी लियू, गुओटिंग हाओ, जिंगयी ली, अनहुई यू (कप्तान), झुजियाओ मा और सुरोंग वू। हेड कोच -योंगशेंग हुआंग
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