कुश्ती महासंघ को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाए : कांग्रेस

Last Updated 21 Jan 2023 06:53:04 AM IST

भारतीय जनता पार्टी के सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष ब्रज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच कांग्रेस ने शुक्रवार को मांग की कि डब्ल्यूएफआई को भंग किया जाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने क्या कार्रवाई की, जब 2021 में एक पहलवान ने कथित तौर पर उनके समक्ष मुद्दे उठाए थे।


कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत

ओलंपिक खेलों के कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता चक्का फेंक खिलाड़ी कृष्णा पूनिया के साथ कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह ‘शर्मनाक’ है कि 72 घंटे बाद भी सिंह ने इस्तीफा नहीं दिया और सरकार ‘स्पष्ट रूप से मौन’ धारण किए हुए है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पहली और प्रमुख मांग यह है कि महासंघ को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाए।

श्रीनेत ने यहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘ब्रज भूषण सिंह को कल ही इस्तीफा दे देना चाहिए था, लेकिन जनहित में सबसे बड़ी मांग हम यह उठाते हैं कि महिलाओं को सुरक्षित माहौल दिए जाने की आवश्यकता है।’ उन्होंने कहा कि भारत के कुछ पदक विजेता एथलीट हैं, जो खुलकर सामने आए हैं और यौन उत्पीड़न के बारे में बात की है। श्रीनेत ने कहा, देश के सामने आज सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब श्रीमान मोदी को अक्टूबर 2021 में पता चला था कि भारतीय कुश्ती महासंघ में क्या चल रहा है तथा विनेश फोगाट ने कहा कि उन्होंने अपने परिवार के साथ प्रधानमंत्री को जानकारी दी थी तो उन्होंने क्या किया, उन्होंने जांच क्यों नहीं करायी?

डब्ल्यूएफआई प्रमुख 22 को एजीएम के बाद देंगे आरोपों का जवाब

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के बेटे प्रतीक ने शुक्रवार को कहा कि उनके पिता 22 जनवरी को खेल संस्था की आम सालाना बैठक (एजीएम) के बाद अपने खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर बयान जारी करेंगे।डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने आज सुबह अपने गृहनगर पर प्रेस कांफ्रेंस बुलायी थी। हालांकि सात घंटे की देरी के बाद उनके बेटे ने यह घोषणा की। प्रतीक गोंडा सदर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक भी हैं। प्रतीक ने मीडिया से कहा, ‘मैं अपने पिता की ओर से यहां आया हूं और मैं आप सभी को सूचित करना चाहूंगा कि हम 22 जनवरी को डब्ल्यूएफआई की एजीएम के बाद ही लिखित बयान जारी करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘हम पूरे भारत में महासंघ के सदस्यों से इस मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं और फिर कोई फैसला करेंगे। हम जो भी फैसला लेंगे, उसे लिखित बयान के जरिये सूचित करेंगे।’

सहारा न्यूज ब्यूरो/भाषा
नई दिल्ली/गोंडा


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