Chamoli Avalanche: उत्तराखंड के चमोली में हिमस्खलन से 57 मजदूर दबे, बचाव कार्य जारी
Chamoli Avalanche: बदरीनाथ में माणा पास के नजदीक ग्लेशियर टूटने (एवलांच) से 57 मजदूर इसमें दब गए हैं। हालांकि देर शाम तक राहत व बचाव कार्य में जुटी आईटीबीपी, आर्मी व बीआरओ की टीम ने 32 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया है।
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बाकी 25 मजदूरों की तलाश जारी है, जिन मजदूरों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया है उनमें कुछ गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उनका उपचार आईटीबीपी के अस्पताल में चल रहा है, जबकि अन्य को बीआरओ की टीम बदरीनाथ ले आई है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से भी लगातार राहत व बचाव कार्य की जानकारी ली जा रही है। इसके साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी खुद ही पूरे रेस्क्यू अभियान की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। शनिवार सुबह को सीएम चमोली पहुंचकर राहत कार्य की जानकारी लेंगे। वहीं, एनडीआरएफ की टीम की चमोली पहुंच गई है।
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। चारधाम समेत ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई है, जबकि निचले क्षेत्रों में पिछले कई घंटे से बारिश हो रही है। इस बीच शुक्रवार सुबह साढ़े पांच बजे के लगभग बदरीनाथ से आगे माणा पास के नजदीक (माणा व घस्तौली मार्ग पर) बड़ा एवलांच आया।
बताया जा रहा है कि यह एवलांच मजदूरों के अस्थाई टैंट घरों के ऊपर गिरा, जिससे ग्लेशियर के मलबे में 57 मजदूर फंस गए। यह निजी ठेकेदार के अधीन ये मजूदर बीआरओ के एक प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे थे। बदरीनाथ व आसपास के क्षेत्र में भारी बर्फबारी होने के कारण संचार नेटवर्क बाधित है, जिस कारण बदरीनाथ में एवलांच हादसा होने की सूचना स्थानीय प्रशासन व पुलिस को देर से मिली।
शुक्र इतना रहा कि जिस स्थान पर एवलांच आया है उसके नजदीक ही आईटीबीपी व बीआरओ का कैंप है। कुछ दूर पर भारतीय सेना की गढ़वाल स्काउट के जवान भी डय़ूटी पर मुस्तैद रहते हैं। एवलांच हादसा होने के कुछ देर बाद ही आईटीबीपी व सेना के जवानों ने रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया। सुबह साढ़े दस बजे तक टीम ने 10 मजदूरों को सकुशल रेस्क्यू कर लिया था।
यद्यपि चमोली जिला प्रशासन व पुलिस को पूर्वाह्न ग्यारह बजे के लगभग इस हादसे की सूचना मिली। जिसके बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आया और एसडीआरएफ व आपदा प्रबंधन की टीम मौके के लिए रवाना की। लेकिन ज्योर्तिमठ से आगे बदरीनाथ मार्ग पर भारी बर्फबारी होने से टीम को माणा तक पहुंचने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि शनिवार को एनडीआरएफ की टीम भी रेस्क्यू अभियान के लिए घटना स्थल तक पहुंच जाएगी।
रेस्क्यू अभियान में तेजी के निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र, आईटी पार्क देहरादून पहुंचकर जनपद चमोली के माणा गांव के पास हुए हिमस्खलन के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक कर हिमस्खलन के बाद रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने हिमस्खलन की स्थिति के बारे में भी पूरी जानकारी ली।
शाह ने धामी से बात कर ली बचाव कार्य की जानकारी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कर हिमस्खलन में फंसे लोगों के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता बर्फ के नीचे दबे सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना है।
शाह ने कहा, ‘‘उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने के संदर्भ में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी, भारत तिब्बत सीमा पुलिस के महानिदेशक और एनडीआरएफ के डीजी से बात की। हादसे में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता है।
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