Uttarkashi Tunnel Accident : सुरंग हादसे के बाद बचाव कार्य अब युद्धस्तर पर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Puskar Singh Dhami) से फोन पर बात कर उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग में पिछले आठ दिनों से फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए जारी बचाव और राहत कायरें के बारे में जानकारी ली तथा उनका मनोबल बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया।
![]() अंतरराष्ट्रीय स्तर के सुरंग विशेषज्ञ अनरेल्ड डिक्स भी सिलक्यारा पहुंचे। |
सुरंग हादसे के नौवें दिन बचाव अभियान में सहयोग करने के केंद्र सरकार के आग्रह पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के सुरंग विशेषज्ञ अनरेल्ड डिक्स भी सिलक्यारा पहुंच गए और उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों के साथ रणनीति पर चर्चा की।
बारह नवंबर को दीवाली वाले दिन हुए सुरंग हादसे के बाद से अब तक प्रधानमंत्री तीन बार मुख्यमंत्री से स्थिति की जानकारी ले चुके हैं । प्रधानमंत्री कार्यालय की टीम भी मौके का निरीक्षण कर चुकी है और लगातार स्थिति पर नज़र बनाये हुए है।
महत्वाकांक्षी चारधाम सड़क परियोजना के तहत यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही साढे चार किलोमीटर लंबी सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढहने से उसके अंदर काम कर रहे 41 श्रमिक फंस गए जिन्हें निकाले जाने के लिए युद्धस्तर पर बचाव और राहत अभियान जारी है ।
‘इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसियेशन’ के अध्यक्ष डिक्स ने उम्मीद जताई कि सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा । उन्होंने अभी तक किए गए बचाव कायरें पर भी संतोष जाहिर किया और कहा कि ‘बहुत सारा काम किया जा चुका है।’
डिक्स ने कहा, ‘मैंने अभी सुरंग का निरीक्षण किया है जहां तैयारियों के लिए बहुत ढेर सारा काम किया गया है । हम अभी पहाड़ के उपर आ रहे हैं जहां हम अन्य विकल्पों पर भी विचार करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘मैं यहां कल आया था लेकिन कल और आज के बीच मैंने जो काम देखा है, वह असाधारण है ।.. आज की योजना यह है कि मजदूरों को बाहर निकालने के लिए सर्वश्रेष्ठ हल निकाला जाए।’ डिक्स ने हालांकि इस संबंध में कोई समयसीमा नहीं बतायी कि बचाव अभियान कब तक चलेगा।
केंद्र सरकार से हरसंभव मदद : मोदी
प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री से बचाव कार्य के अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आवश्यक बचाव उपकरण एवं संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं तथा केंद्र और राज्य की एजेंसियों के परस्पर समन्वय से श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।
धामी के अनुसार प्रधानमंत्री ने फंसे श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत पर भी जोर दिया।
राज्य और केंद्र की विभिन्न एजेंसियां विशेषज्ञों की राय लेकर परस्पर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि सुरंग में फंसे श्रमिक सुरक्षित हैं और उन्हें ऑक्सीजन, पौष्टिक भोजन और पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है।
नौ दिनों में पहली बड़ी सफलता
सिलक्यारा सुरंग में एक अतिरिक्त फूड पाइप मजदूरों तक पहुंचाने में रेस्क्यू टीम को कामयाबी मिली है। छह इंच के इस लाइफ सपोटिर्ंग पाइप के जरिए मजदूरों तक खाना, पानी, दवा इत्यादि हर जरूरी चीज पहुंचाने का काम शुरू हो गया है।
53 मीटर लंबे पाइप के आर पार होने से मलबा वाले हिस्से का पता चला है। देर रात सुरंग के अंदर ड्रीलिंग का काम फिर से शुरू हो सकता है। इसके तहत 900 एमएम डाय के ह्यूम पाइप बिछाकर मजदूरों को बाहर निकालने का प्लान है।
अधिकारियों ने फूड पाइप की सफलता के बाद ऐसे संकेत दिए हैं। अब ये साफ हो गया है कि मजदूरों तक पहुंचने के लिए दूरी महज 53 मीटर ही है।
इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि यदि मलबा बड़े हिस्से में होगा तो रेस्क्यू कार्य और भी जटिल हो सकता है। अंशुमनीष खलको, जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला और रेस्क्यू अभियान के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने यह जानकारी दी।
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