सहारनपुर जिले के देवबंद थाना इलाके में शनिवार को एक पटाखा फैक्टरी में भीषण धमाके के बाद आग लग जाने से तीन मजदूरों की मौत हो गयी तथा भवन ढह गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

|
धमाका इतना तेज था कि इसकी गूंज करीब दो किलोमीटर तक सुनी गयी और कंपन से ग्रामीणों को भूकंप के झटके सा एहसास हुआ।
सहारनपुर के जिलाधिकारी (डीएम) मनीष बंसल ने संवाददाताओं को बताया कि आज सुबह साढ़े चार बजे देवबंद थाना क्षेत्र के जडौदा जटट गांव में लाइसेंसी पटाखा फैक्टरी में विस्फोट के बाद आग लग गयी।
उन्होंने बताया कि फैक्टरी में काम करने वाले कुछ मजदूर आग में झुलस गए जिनमें तीन की मौत हो गयी।
डीएम ने बताया कि सूचना मिलते ही देवबंद पुलिस थाने की फॉरेंसिक टीम और दमकल विभाग की गाडियां मौके पर पहुच गयीं तथा राहत कार्य शुरू कर दिया गया।
बंसल ने बताया कि पटाखा फैक्टरी का संचालन करने वाले तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस पटाखा फैक्टरी के पास लाइसेंस था।
उन्होंने कहा कि फैक्टरी में किस तरह का पटाखा बनाया जा रहा था इसकी जांच कराई जा रही है।
वहीं, फैक्टरी में कार्यरत कुछ मजदूरों और ग्रामीणों द्वारा राजमार्ग को जाम कर दिया। जिलाधिकारी ने बताया कि मजदूरों और ग्रामीणों से बातचीत की जा रही है। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
प्रदर्शनकारी मजदूरों के परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन उन्हें वास्तविक जानकारी नहीं दे रहा है।
सूत्रों ने भारी नुकसान की आशंका जताई है, क्योंकि जिस समय हादसा हुआ फैक्टरी में कई लोग काम कर रहे थे और धमाके के कारण इमारत ढह गई।
ग्रामीणों का आरोप है कि इस क्षेत्र में प्रशासन की लापरवाही के कारण ‘‘कई अवैध पटाखा फैक्ट्रियां संचालित’’ की जा रही है।
| | |
 |