उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि भारत एक वैश्विक नेता के रूप में उभर रहा है क्योंकि हमारी विकास दर किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक मजबूत है।
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गोरखपुर स्थित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) में 91 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 13 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में खुद को उभरते देखा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘आज का समय प्रतिस्पर्धा का समय है। आपने देखा होगा कि कभी भारत ने शिक्षा और तकनीक में दुनिया का मार्गदर्शन किया था। हम विश्व गुरु भी कहलाए।’’
उन्होंने कहा कि 10वीं शताब्दी तक दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद में भारत का योगदान 50 प्रतिशत से अधिक था। उन्होंने कहा, ‘‘1600 के दशक तक भी वैश्विक जीडीपी में हमारी हिस्सेदारी 30 प्रतिशत से अधिक थी। यह स्थिति तब थी जब भारत काफी नुकसान झेल चुका था।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि औपनिवेशिक शोषण ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा, “अंग्रेजों ने भारत के संसाधनों को लूटा, देश को कच्चे माल का केंद्र बना दिया और व्यवस्थित रूप से हमारे आर्थिक आधार को नष्ट कर दिया।”
आजादी के बाद से भारत की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि 2014 तक भारत दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया था, लेकिन वहां पहुंचने में इसे 65 से 70 साल लग गए।
मुख्यमंत्री ने कहा, “पिछले दस सालों में भारत हर क्षेत्र में नए आयाम पर पहुंचा है। देश में एक नयी ऊर्जा, एक नया उत्साह है।’’
उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और अगले दो सालों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।
उन्होंने कहा, “भारत एक वैश्विक नेता के रूप में उभर रहा है क्योंकि आज हमारी विकास दर किसी भी अन्य देश की तुलना में मजबूत है। हर क्षेत्र में भारत एक नयी पहचान बना रहा है।”
नेतृत्व के प्रभाव को रेखांकित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘देश, संसाधन, व्यवस्था- सब पहले एक जैसे थे। लेकिन पिछले दस वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के साथ, एक बदला हुआ भारत अब नयी ऊंचाइयां छू रहा है जिसे दुनिया उत्सुकता से देख रही है।’’
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