बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने दक्षिण राज्यों के प्रभारी रहे और पूर्व सांसद अशोक सिद्धार्थ और मेरठ के नितिन सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
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बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी देते हुए लिखा कि बीएसपी की ओर से दक्षिणी राज्यों आदि के प्रभारी रहे डॉ. अशोक सिद्धार्थ, पूर्व सांसद और नितिन सिंह, जिला मेरठ को, चेतावनी के बावजूद भी गुटबाजी आदि पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पार्टी के हित में तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ की गिनती मायावती के भरोसेमंद नेताओं में होती थी। वह पर्दे के पीछे साधारण तरीके से पार्टी का कार्य कर रहे थे। यूपी में बसपा सरकार के कार्यकाल के दौरान अशोक सिद्धार्थ की पत्नी को राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया था। वह सरकारी नौकरी छोड़कर सियासत में आए थे।
सिद्धार्थ को मायावती ने 2016 में राज्यसभा भेजा था। इसके पहले वह एमएलसी भी रह चुके हैं। वह मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में सेंट्रल कोऑर्डिनेटर की भूमिका भी अदा कर चुके हैं।
हालांकि, इन चुनावों में पार्टी को कोई सफलता नहीं मिली है। वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थे। वह पार्टी का प्रचार-प्रसार भी करते थे। मायावती के करीबी रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी, बाबू सिंह कुशवाहा, स्वामी प्रसाद मौर्य, नरेंद्र कश्यप भी आज बसपा से बाहर हैं। कई पुराने नेता धीरे-धीरे सभी पार्टी से बाहर चले गए।
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